आगे किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए फॉक्स न्यूज (Fox news) वोटिंग मशीन कंपनी ‘डोमिनियन वोटिंग सिस्टम्स'(Dominion Voting System) को 787 मिलियन डॉलर का भुगतान करने पर सहमत हो गया है. आश्चर्य की बात यह रही कि डेलावेयर अदालत में मुकदमे के पहले ही दिन और जूरी के 12 सदस्यों के चयन के कुछ ही घंटों बाद समझौता हो गया. कोर्ट की कार्यवाही शाम को 4 बजे बंद हो गई और जज ने यह घोषणा की कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है.
बता दें कि वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के बारे में झूठ को बढ़ावा देने के आरोप में फॉक्स न्यूज के खिलाफ मुकदमा किया गया था. अब अचानक इस चौंकाने वाले समझौते से मामला ही समाप्त हो गया है. इस पूरे मामले में फॉक्स न्यूज को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है.
संभावना जताई जा रही थी कि नेटवर्क के संस्थापक रूपर्ट मर्डोक तथा टकर कार्लसन और सीन हैनिटी जैसे मीडिया के बड़े चेहरों को सार्वजनिक रूप से बयान देना होगा. न्यायाधीश एरिक डेविस ने समझौते की घोषणा की जिसके बाद डेलावेयर अदालत के बाहर डोमिनियन के वकील जस्टिन नेल्सन ने कहा कि सच्चाई मायने रखती है. झूठ के परिणाम होते हैं.
उधर, समझौते के बाद फॉक्स न्यूज ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि मुकदमे की कटुता के बजाय डोमिनियन के साथ इस विवाद को सौहार्दपूर्ण ढंग से हल करने का हमारा निर्णय देश को इन मुद्दों से आगे बढ़ने में मददगार साबित होगा.
बता दें कि डोमिनियन ने फॉक्स पर यह तर्क देते हुए 1.6 अरब डॉलर का मुकदमा किया था कि समाचार चैनल ने दुष्प्रचार के जरिये कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया था. इस समाचार चैनल ने दावा किया था कि डोमिनियन के उपकरणों (वोटिंग मशीन) ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के वोट को डेमोक्रेट नेता जो बाइडेन को स्थानांतरित किया.
फॉक्स की गलत सूचना के कारण स्मार्टमैटिक को नुकसान
डोमिनियन के वकील जस्टिन नेल्सन ने कहा, आज का दिन सच्चाई और लोकतंत्र के लिए जोरदार समर्थन का दिन है. झूठ के परिणाम सामने आते हैं. हालांकि 787 मिलियन डॉलर की सुलह राशि डोमिनियन की मांग का लगभग आधा है, लेकिन राशि कंपनी के कुल मूल्य से अधिक है, जिसका स्वामित्व न्यूयॉर्क इक्विटी फंड के पास है.
फॉक्स ने एक बयान में कहा, हम डोमिनियन वोटिंग सिस्टम्स के साथ अपने विवाद के निपटारे तक पहुंचने से प्रसन्न हैं.
क्या हुआ है समझौता
सुलह की जो बातें सामने आई हैं उसके अनुसार, फॉक्स को सार्वजनिक माफी मांगने या अपने झूठे होने या झूठे तथ्य प्रसारित करने की जरूरत नहीं होगी. इसके अलावा समझौते की राशि दी जाएगी.
फॉक्स न्यूज ने 2020 में चुनावी धोखाधड़ी के दावों को प्रसारित किया, जो ज्यादातर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा किए गए थे. उन्होंने बिना किसी सबूत के आरोप लगाया था कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में धांधली की गई है और परिणाम को पलट दिया जाना चाहिए.
फॉक्स न्यूज की कानूनी मुसीबतें अभी खत्म नहीं हुई
फॉक्स न्यूज की कानूनी मुसीबतें अभी खत्म नहीं हुई हैं. फॉक्स न्यूज एक अन्य वोटिंग टेक्नोलॉजी कंपनी स्मार्टमैटिक द्वारा 2.7 बिलियन डॉलर के मानहानि के मुकदमे का सामना कर रहा है. स्मार्टमैटिक (Smartmatic) कंपनी जो कि एक वोटिंग टेक्नोलोजी कंपनी है, ने भी इसी तरह झूठी खबरें चलाने का आरोप फॉक्स नेटवर्क पर आरोप लगाया है.
स्मार्टमैटिक अटॉर्नी ने अमेरिकी मीडिया द्वारा रिपोर्ट किए गए एक बयान में कहा, "डोमिनियन के मुकदमे ने फॉक्स के गलत सूचना अभियान के कारण हुए कुछ कदाचार और नुकसान को उजागर किया. स्मार्टमैटिक बाकी का पर्दाफाश करेगा."
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