पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुसीबतें कम होती नहीं दिखाई दे रही है. अब एक अमेरिकी जूरी ने मंगलवार को डोनाल्ड ट्रंप को एक मैगजीन में कॉलम लिखने वाली राइटर ई. जीन कैरोल के यौन शोषण और मानहानि मामले में उत्तरदायी पाया. इस मामले में मुआवजे के रूप में ट्रंप को 5 मिलियन डॉलर का भुगतान करने का आदेश दिया गया. हालांकि जूरी ने रेप के आरोप को खारिज कर दिया. लेकिन तीन घंटे से भी कम समय के विचार-विमर्श के बाद बारीकी से मामले को देखने के बाद कैरोल की अन्य शिकायतों को बरकरार रखा गया.
एले मैगजीन की 79 वर्षीय राइटर कैरोल ने पिछले साल ट्रंप पर मुकदमा दायर किया था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया गया था कि डोनाल्ड ट्रंप ने साल 1996 में मैनहट्टन के फिफ्थ एवेन्यू पर लक्ज़री बर्गडॉर्फ गुडमैन स्टोर के चेंजिंग रूम में उसके साथ रेप किया था. अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवारी की दौड़ में सबसे आगे चल रहे 76 वर्षीय ट्रंप ने उनके खिलाफ इस मामले को धोखाधड़ी और झूठा बताया. कैरोल ने कहा कि उसके इस मामले को सार्वजनिक होने में 20 साल से अधिक का समय लगा क्योंकि वह ट्रंप से "भयभीत" थी.
इस मामले में उसके वकीलों ने दो अन्य महिलाओं को गवाही देने के लिए बुलाया जिन्होंने गवाही दी कि ट्रंप ने दशकों पहले उनका यौन उत्पीड़न किया था. पूर्व व्यवसायी जेसिका लीड्स ने मैनहट्टन संघीय अदालत को बताया कि ट्रंप ने 1970 के दशक में एक फ्लाइट की बिजनेस क्लास सेक्शन में उन्हें छुआ था. पत्रकार नताशा स्टॉयनॉफ़ ने कहा कि ट्रंप ने 2005 में अपने मार-ए-लागो एस्टेट में एक इंटरव्यू के दौरान उनकी सहमति के बिना उन्हें किस किया. लगभग एक दर्जन महिलाओं ने 2016 के चुनाव से पहले ट्रंप पर यौन दुराचार का आरोप लगाया.
हालांकि ट्रंप ने सभी आरोपों का खंडन किया है. इस मामले की कार्रवाई के दौरान ट्रंप ने गवाही नहीं दी और न ही उनकी बचाव टीम ने किसी गवाह को बुलाया. उनका एक वीडियो जूरी को दिखाया गया था. इसमें, ट्रंप ने कैरोल को "झूठा" और बीमार कहा था. ट्रंप के वकीलों ने तर्क दिया कि कैरोल ने "पैसे के लिए, राजनीतिक कारणों से ये आरोप लगाए. यह मामला ट्रंप के सामने कई कानूनी चुनौतियों में से एक था जो कि उनकी राष्ट्रपति पद को फिर से हासिल करने की राह में रोड़ा है.
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