काठमांडू:
नेपाल की सेती नदी में बर्फ की चट्टानों के गिरने से शनिवार को आई भयंकर बाढ़ की चपेट में आकर अन्नपूर्णा क्षेत्र के कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग लापता हैं।
बाढ़ के कारण कास्की जिले में कई घर ध्वस्त हो गए। शनिवार को छुट्टी का दिन होने के कारण अधिकांश लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे, तभी अचानक आई बाढ़ ने प्रलय का दृश्य उपस्थित कर दिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने नेपाली सेना के प्रवक्ता रमिंद्र छेत्री ने पुलिस के हवाले से बताया कि 13 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। तीन विदेशी नागरिकों के शव भी पाए गए हैं, लेकिन अभी इन शवों की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पुलिस उप महानिरीक्षक राजेंद्र भंडारी ने बताया कि बाढ़ के पानी का बहाव राजधानी काठमांडू से लगभग 200 किलोमीटर दूर दूसरे सबसे बड़े शहर पोखरा की ओर होने से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है।
प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई ने देश की सभी बचाव एजेंसियों को तत्परता से राहत अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है।
क्षेत्र में बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। घायलों का इलाज पोखरा शहर के मणिपाल अस्पताल में चल रहा है।
बाढ़ के कारण कास्की जिले में कई घर ध्वस्त हो गए। शनिवार को छुट्टी का दिन होने के कारण अधिकांश लोग अपने घरों में आराम कर रहे थे, तभी अचानक आई बाढ़ ने प्रलय का दृश्य उपस्थित कर दिया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने नेपाली सेना के प्रवक्ता रमिंद्र छेत्री ने पुलिस के हवाले से बताया कि 13 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। तीन विदेशी नागरिकों के शव भी पाए गए हैं, लेकिन अभी इन शवों की पहचान नहीं हो पाई है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पुलिस उप महानिरीक्षक राजेंद्र भंडारी ने बताया कि बाढ़ के पानी का बहाव राजधानी काठमांडू से लगभग 200 किलोमीटर दूर दूसरे सबसे बड़े शहर पोखरा की ओर होने से स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है।
प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई ने देश की सभी बचाव एजेंसियों को तत्परता से राहत अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है।
क्षेत्र में बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। घायलों का इलाज पोखरा शहर के मणिपाल अस्पताल में चल रहा है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं