बाढ़ की फाइल तस्वीर.
काठमांडू:
नेपाल में मानसून की भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ व भूस्खलन में करीब 30 लोगों की मौत हो गई है. काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, बाढ़ और भूस्खलन की वजह से सुनसारी में सात, झापा और सिंधुली में चार-चार और सरलही, मोरंग व बांके में तीन-तीन व दंग व बारा में दो-दो लोगों की जानें गई हैं. मकवानपुर व पल्पा में बाढ़ व भूस्खलन से एक-एक मौत हुई है.
हालांकि, गृह मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या 17 बताई है.
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जिला प्राकृतिक आपदा राहत समिति ने अपनी आपात बैठक में बाढ़ से करीब 50,000 लोगों के बुरी तरह से प्रभावित होने का अनुमान जताया है. इससे खाद्य पदार्थो व दूसरे सामानों को भी नुकसान पहुंचा है.
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बाढ़ में सकरपुरा, बनरझूला, बर्सिन, तिलुलिया व कुसाहा में शनिवार सुबह से करीब 2,000 परिवार फंसे हुए हैं.
वीडियो: बाढ़ ने किसानों की कमर तोड़ी
हजारों घर तबाह हो चुके है. तिलाथि, सकरपुरा, मलहानिया, कुसहा, बनारझूला व राजबिराज में दर्जनों बस्तियां तबाह हो गई हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, सप्तारी के प्रमुख जिला अधिकारी कृष्ण बहादुर कटुवाल ने कहा कि कोशी नदी के पश्चिमी तटबंध के टूटने का खतरा है.
हालांकि, गृह मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या 17 बताई है.
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जिला प्राकृतिक आपदा राहत समिति ने अपनी आपात बैठक में बाढ़ से करीब 50,000 लोगों के बुरी तरह से प्रभावित होने का अनुमान जताया है. इससे खाद्य पदार्थो व दूसरे सामानों को भी नुकसान पहुंचा है.
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बाढ़ में सकरपुरा, बनरझूला, बर्सिन, तिलुलिया व कुसाहा में शनिवार सुबह से करीब 2,000 परिवार फंसे हुए हैं.
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हजारों घर तबाह हो चुके है. तिलाथि, सकरपुरा, मलहानिया, कुसहा, बनारझूला व राजबिराज में दर्जनों बस्तियां तबाह हो गई हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, सप्तारी के प्रमुख जिला अधिकारी कृष्ण बहादुर कटुवाल ने कहा कि कोशी नदी के पश्चिमी तटबंध के टूटने का खतरा है.