वाशिंगटन:
विस्कॉन्सिन के ओक क्रीक स्थित गुरुद्वारे में गोलीबारी की घटना में छह श्रद्धालुओं की मौत के 10 माह बाद फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (एफबीआई) सिखों, हिन्दुओं तथा अरब समुदाय के लोगों के खिलाफ नस्लीय हिंसा की औपचारिक जांच करेगी।
यह निर्णय बुधवार को वर्जीनिया के पोर्ट्समाउथ में एफबीआई के परामर्श बोर्ड की बैठक में लिया गया। सिख, हिन्दू और अरब समुदाय के लोगों ने एफबीआई के इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज करने में कमी आएगी और प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी विभिन्न समुदाय के लोगों के धार्मिक एवं सांस्कृतिक विश्वासों को लेकर जागरूक होंगे।
लॉ एंड पॉलिसी फॉर सिख कोलिशन के निदेशक राजदीप सिंह ने कहा, इस निर्णय से नस्लीय हिंसा जैसी घटनाओं के निदान एवं इन्हें रोकने में मदद मिलेगी, प्रशासनिक कर्मचारियों में सिखों को लेकर जागरूकता आएगी और सिख अपने साथ होने वाली ऐसी घटनाओं की शिकायत स्थानीय, राज्य एवं संघीय प्रशासन से करने की हिम्मत जुटा पाएंगे।
अप्रैल 2012 में एफबीआई को सिख-अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ अपराध सहित नस्लीय हिंसा की घटनाओं की शिकायत से संबंधित प्रपत्र में बदलाव के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाने वाले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के डेमोक्रेट सदस्य जो क्राउले ने कहा, हालांकि यह एक बड़ा कदम है, लेकिन हमारा काम यहीं खत्म नहीं होगा।
यह निर्णय बुधवार को वर्जीनिया के पोर्ट्समाउथ में एफबीआई के परामर्श बोर्ड की बैठक में लिया गया। सिख, हिन्दू और अरब समुदाय के लोगों ने एफबीआई के इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे ऐसी घटनाओं को नजरअंदाज करने में कमी आएगी और प्रशासनिक अधिकारी एवं कर्मचारी विभिन्न समुदाय के लोगों के धार्मिक एवं सांस्कृतिक विश्वासों को लेकर जागरूक होंगे।
लॉ एंड पॉलिसी फॉर सिख कोलिशन के निदेशक राजदीप सिंह ने कहा, इस निर्णय से नस्लीय हिंसा जैसी घटनाओं के निदान एवं इन्हें रोकने में मदद मिलेगी, प्रशासनिक कर्मचारियों में सिखों को लेकर जागरूकता आएगी और सिख अपने साथ होने वाली ऐसी घटनाओं की शिकायत स्थानीय, राज्य एवं संघीय प्रशासन से करने की हिम्मत जुटा पाएंगे।
अप्रैल 2012 में एफबीआई को सिख-अमेरिकी नागरिकों के खिलाफ अपराध सहित नस्लीय हिंसा की घटनाओं की शिकायत से संबंधित प्रपत्र में बदलाव के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाने वाले हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के डेमोक्रेट सदस्य जो क्राउले ने कहा, हालांकि यह एक बड़ा कदम है, लेकिन हमारा काम यहीं खत्म नहीं होगा।