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This Article is From Apr 15, 2024

Explainer : इज़रायल पर ईरान के हमले को रोकने में अमेरिका ने कैसे की मदद

ईरान (Iran) ने इज़रायल (Israel) पर 100 से अधिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, 30 से अधिक भूमि-हमला क्रूज मिसाइलों और 150 से अधिक हमलावर ड्रोनों से हमला किया था.

वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने हमले का मुकाबला करने में वॉशिंगटन की भूमिका के बारे में बताया.

ईरान (Iran) द्वारा इजरायल (Israel) पर कई ड्रोन और मिसाइलों से शनिवार देर रात हमला किया गया था. इस हमले से निपटने में अमेरिका ने इजरायल की मदद की थी. दरअसल, 1 अप्रैल को दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था, जिसमें दो जनरलों सहित सात रिवोल्यूशनरी गार्ड मारे गए थे. इसके बाद तेहरान ने चेतावनी दी थी कि वह इसका जवाब देगा. इसके बाद शनिवार देर रात ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था. 

इस दौरान अमेरिकी विमानों और एयरक्राफ्ट ने दर्जनों ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया था. वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने हमले का मुकाबला करने में वॉशिंगटन द्वारा सैन्य और कूटनीतिक रूप से निभाई गई भूमिका के बारे में विस्तार से बताया है. 

ईरान ने शनिवार को किया था हमला

एक वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा कि ईरान ने इज़रायल पर 100 से अधिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, 30 से अधिक भूमि-हमला क्रूज मिसाइलों और 150 से अधिक हमलावर ड्रोनों से हमला किया था. सैन्य अधिकारी ने कहा कि दो अमेरिकी युद्धपोत - यूएसएस अर्ले बर्क और यूएसएस कार्नी ने चार से छह बैलिस्टिक मिसाइलों से नष्ट कर दिया, जबकि अमेरिकी विमानों ने 70 से अधिक ईरानी ड्रोनों को मार गिराया.

एक पैट्रियट मिसाइल बैटरी ने उत्तरी इराक के अर्बिल शहर के क्षेत्र में इज़रायल की ओर जा रही एक बैलिस्टिक मिसाइल को भी मार गिराया था. हमले की जानकारी मिलने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शनिवार की शाम व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में वास्तविक समय की अपडेट प्राप्त करते हुए बिताई थी. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने तनावपूर्ण माहौल का वर्णन करते हुए कहा, "एक समय पर, हमें पता था कि आकाश में 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें थीं" और "जब तक सब कुछ कहा और किया नहीं गया, तब तक बचाव के परिणाम स्पष्ट नहीं थे."

अमेरिका ने पहले से की थी हमले की तैयारी 

हमले से पहले, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन और राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन सहित अमेरिकी अधिकारी इजरायलियों के साथ-साथ मध्य पूर्व के अन्य देशों के साथ "निरंतर संपर्क" में थे. अमेरिकी सैन्य कमान के प्रमुख जनरल एरिक कुरिला को इस क्षेत्र में भेजा गया और उन्होंने वास्तविक समय पर अपडेट प्रदान करने के साथ-साथ इजरायलियों और अन्य भागीदारों के साथ समन्वय भी किया. 

वरिष्ठ प्रशासन अधिकारी ने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान के साथ भी संपर्क में था और "स्विस चैनल के माध्यम से सीधे संचार की एक श्रृंखला" भेज रहा था. एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने पिछले सप्ताह कहा था कि वॉशिंगटन ने "क्षेत्रीय निरोध प्रयासों को मजबूत करने और अमेरिकी बलों के लिए बल सुरक्षा बढ़ाने के लिए" क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्यकर्मीी भी तैनात किए है. 

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