पूर्वी सीरिया पर अमेरिकी हमलों में कम से कम आठ ईरान समर्थक लड़ाके मारे गए हैं. एक युद्ध निगरानीकर्ता ने सोमवार को बताया कि अमेरिका ने अपने सुरक्षाबलों पर हमलों के जवाब में एक दिन पहले छापे मारे थे. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने सीरिया के पूर्वी दीर एज्जोर प्रांत के मयादीन और अल्बु कमाल इलाकों पर रविवार देर रात हुए हमलों के बाद कहा, "मरने वाले आठ ईरान समर्थक लड़ाके हैं, जिनमें एक सीरियाई और एक इराकी नागरिक शामिल हैं."
रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने रविवार को कहा कि अमेरिकी बलों पर हमलों के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका ने सीरिया में ईरान से जुड़े दो स्थलों पर हमले किए हैं.
ऑस्टिन ने एक बयान में कहा, "इराक और सीरिया में अमेरिकी कर्मियों के खिलाफ जारी हमलों के जवाब में अमेरिकी सैन्य बलों ने आज पूर्वी सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) और ईरान-संबद्ध समूहों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली सुविधाओं पर सटीक हमले किए."
उन्होंने कहा, "हमले अल्बु कमाल और मायादीन शहरों के पास एक प्रशिक्षण शिविर और एक सेफ हाउस पर किए गए थे."
संयुक्त राज्य अमेरिका का कहना है कि इन हमलों का उद्देश्य इराक और सीरिया में अमेरिकी बलों पर हमलों को रोकना है. 17 अक्टूबर से अब तक इनकी संख्या 45 से अधिक है, जिसमें दर्जनों अमेरिकी कर्मी घायल हुए हैं.
ईरान समर्थक लड़ाकों ने 15 रॉकेट दागे
ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि ईरान समर्थक लड़ाकों ने सोमवार तड़के सीरिया के कोनोको गैस क्षेत्र में इस्लामिक स्टेट समूह से लड़ रहे अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन के अड्डे पर लगभग 15 रॉकेट दागे.
एक इराकी समूह ने कहा कि उसने सीरिया के अल-उमर तेल क्षेत्र में ग्रीन विलेज बेस पर रात भर हमला किया. दोनों साइटें डेर एज़ोर प्रांत में हैं.
हाल के सप्ताहों में अमेरिकी सैनिकों पर हमलों में वृद्धि इजरायल और हमास के बीच युद्ध से जुड़ी है, जो तब शुरू हुई, जब फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह ने 7 अक्टूबर को गाजा से सीमा पार हमला किया.
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