ओक क्रीक:
गुरुद्वारे में हुई गोलीबारी की घटना की जांच के कई दिन बाद भी संघीय एजेंसियों का कहना है कि उन्हें इसके पीछे के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पायी है।
एजेंसियों को अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि किस वजह से पूर्व सैनिक ने गोलीबारी की इस भयंकर घटना को अंजाम दिया। उन्हें डर है कि घटना के पीछे का कारण भी हमलावर की मौत के साथ ही समाप्त हो गया। घटना में छह लोग मारे गए थे।
मिलवाउकी गुरुद्वारे में गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस ने 41 वर्षीय पूर्व सैनिक वेड माइकल को मार गिराया था। एजेंसियों का कहना है कि अब शायद घटना के पीछे की वजह के बारे में कभी पता नही चल पाएगा।
‘सीएनएन’ के मुताबिक ओक क्रीक के पुलिस प्रमुख जॉन एडवर्डस का कहना है, ‘‘अंत में शायद हमारे पास इस बारे में बहुत सारे तथ्य हों कि वह किन चीजों से जुड़ा हुआ था, वह किसके साथ जुड़ा हुआ था, लेकिन शायद हम उसकी मंशा के बारे में कभी जान नहीं सकेंगे, क्योंकि वह मर गया है, और मंशा भी उसके साथ ही मर गई है।’’
जांचकर्ता विभिन्न राज्यों में इससे जुड़े तारों को खंगाल रहे हैं लेकिन मीडिया में आयी खबरों के अनुसार कानून विशेषज्ञों का मानना है कि उन्हें इन तथ्यों को अदालत में पेश करने का मौका नहीं मिलेगा। फिलहाल हमलावर के घर, परिवार, दोस्तों, व्यक्तिगत आंकड़े, उसके पुराने आपराधिक रेकार्ड आदि के बारे में पता किया जा रहा है। एफबीआई इस पूरे मामले की जांच की रही है लेकिन उसने बहुत कम जानकारी सार्वजनिक की है। एजेंसी अपने जांच के दौरान नस्ली घृणा के बारे में भी तहकीकात कर रही है।
एजेंसियों को अभी तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि किस वजह से पूर्व सैनिक ने गोलीबारी की इस भयंकर घटना को अंजाम दिया। उन्हें डर है कि घटना के पीछे का कारण भी हमलावर की मौत के साथ ही समाप्त हो गया। घटना में छह लोग मारे गए थे।
मिलवाउकी गुरुद्वारे में गोलीबारी की घटना के बाद पुलिस ने 41 वर्षीय पूर्व सैनिक वेड माइकल को मार गिराया था। एजेंसियों का कहना है कि अब शायद घटना के पीछे की वजह के बारे में कभी पता नही चल पाएगा।
‘सीएनएन’ के मुताबिक ओक क्रीक के पुलिस प्रमुख जॉन एडवर्डस का कहना है, ‘‘अंत में शायद हमारे पास इस बारे में बहुत सारे तथ्य हों कि वह किन चीजों से जुड़ा हुआ था, वह किसके साथ जुड़ा हुआ था, लेकिन शायद हम उसकी मंशा के बारे में कभी जान नहीं सकेंगे, क्योंकि वह मर गया है, और मंशा भी उसके साथ ही मर गई है।’’
जांचकर्ता विभिन्न राज्यों में इससे जुड़े तारों को खंगाल रहे हैं लेकिन मीडिया में आयी खबरों के अनुसार कानून विशेषज्ञों का मानना है कि उन्हें इन तथ्यों को अदालत में पेश करने का मौका नहीं मिलेगा। फिलहाल हमलावर के घर, परिवार, दोस्तों, व्यक्तिगत आंकड़े, उसके पुराने आपराधिक रेकार्ड आदि के बारे में पता किया जा रहा है। एफबीआई इस पूरे मामले की जांच की रही है लेकिन उसने बहुत कम जानकारी सार्वजनिक की है। एजेंसी अपने जांच के दौरान नस्ली घृणा के बारे में भी तहकीकात कर रही है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
US Gurudwara Firing, Police Probe, अमेरिकी गुरुद्वारा में फाइरिंग, पुलिस जांच, Barack Obama, बराक ओबामा, US Flag, अमेरिकी ध्वज, Ex-armymen, पूर्व सैन्य कर्मी