सरताज अजीज का फाइल फोटो...
इस्लामाबाद:
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि अगले महीने यहां होने वाली पाकिस्तान और भारत के विदेश सचिवों की बातचीत से ज्यादा उम्मीदें रखना सही नहीं होगा।
रेडियो पाकिस्तान के करंट अफेयर्स कार्यक्रम में अजीज ने दोनों देशों के बीच शांति की संभावना को लेकर कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच सभी मुद्दों के तुरंत हल की उम्मीद करना सही नहीं होगा।
उन्होंने कहा, 'और इसलिए शुरुआत में नियंत्रण रेखा के पार रहने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने और शांति बनाए रखने पर ध्यान दिया जाएगा।' अजीज ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच जनवरी में होने वाली समग्र वार्ता में कश्मीर सहित सभी प्रमुख मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लाहौर में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बैठक में फैसला लिया गया कि दोनों देशों के विदेश सचिव सभी मुद्दों पर बातचीत के ब्यौरे तय करने के लिए मध्य जनवरी में बैठक करेंगे। एक सवाल के जवाब में अजीज ने कहा कि प्रधानमंत्री शरीफ की नीति सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना है, क्योंकि यह क्षेत्रीय संपर्क एवं ऊर्जा संकट के हल के उद्देश्य वाली परियोजनाओं से फायदा हासिल करने की एक शर्त है।
उतार-चढ़ाव से भरे भारत-पाक संबंधों में नाटकीयता का एक तत्व डालते हुए प्रधानमंत्री मोदी अफगानिस्तान से लौटते समय लाहौर में रूके थे और वहां उन्होंने शरीफ को उनके 66वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके साथ बैठक की।
सूचना मंत्री परवेज राशिद ने इस बीच कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है। उन्होंने राजधानी में कश्मीर पर एक गोलमेज वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का समर्थन करता रहेगा लेकिन वह मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है।
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार राशिद ने कहा कि युद्ध किसी विवाद का हल नहीं है और उसका हल बातचीत से ही हो सकता है।
रेडियो पाकिस्तान के करंट अफेयर्स कार्यक्रम में अजीज ने दोनों देशों के बीच शांति की संभावना को लेकर कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच सभी मुद्दों के तुरंत हल की उम्मीद करना सही नहीं होगा।
उन्होंने कहा, 'और इसलिए शुरुआत में नियंत्रण रेखा के पार रहने वाले लोगों को राहत प्रदान करने के लिए नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने और शांति बनाए रखने पर ध्यान दिया जाएगा।' अजीज ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच जनवरी में होने वाली समग्र वार्ता में कश्मीर सहित सभी प्रमुख मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लाहौर में दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बैठक में फैसला लिया गया कि दोनों देशों के विदेश सचिव सभी मुद्दों पर बातचीत के ब्यौरे तय करने के लिए मध्य जनवरी में बैठक करेंगे। एक सवाल के जवाब में अजीज ने कहा कि प्रधानमंत्री शरीफ की नीति सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंधों को बढ़ावा देना है, क्योंकि यह क्षेत्रीय संपर्क एवं ऊर्जा संकट के हल के उद्देश्य वाली परियोजनाओं से फायदा हासिल करने की एक शर्त है।
उतार-चढ़ाव से भरे भारत-पाक संबंधों में नाटकीयता का एक तत्व डालते हुए प्रधानमंत्री मोदी अफगानिस्तान से लौटते समय लाहौर में रूके थे और वहां उन्होंने शरीफ को उनके 66वें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं और उनके साथ बैठक की।
सूचना मंत्री परवेज राशिद ने इस बीच कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है। उन्होंने राजधानी में कश्मीर पर एक गोलमेज वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे का समर्थन करता रहेगा लेकिन वह मुद्दे का शांतिपूर्ण हल चाहता है।
रेडियो पाकिस्तान की खबर के अनुसार राशिद ने कहा कि युद्ध किसी विवाद का हल नहीं है और उसका हल बातचीत से ही हो सकता है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
नवाज शरीफ, सरताज अजीज, भारत-पाक विदेश सचिव, भारत-पाकिस्तान, Nawaz Sharif, Sartaz Aziz, India-Pakistan Foreign Secretary Talks, India-Pakistan