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ट्रंप ने संसद में लिया '360 साल' के अमेरिकी का नाम, सब रह गए हैरान

अमेरिकी संसद में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने दावा किया कि पिछली बाइडेन सरकार ने सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत जमकर फर्जीवाड़ा किया. इसके लिए उन्होंने आंकड़े भी गिनवाए.

अमेरिका की पिछली सरकार पर ट्रंप के गंभीर आरोप.

वॉशिंगटन:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए पिछली बाइडेन सरकार पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में सोशल सिक्यॉरिटी के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े हुए. ट्रंप ने दावा किया कि उनकी सरकार ने 500 बिलियन डॉलर के फर्जीवाड़े पकड़े हैं. वरिष्ठ नागरिकों के लिए सोशल सिक्यॉरिटी प्रोग्राम में हैरान करने वाले फर्जीवाड़े का खुलासा करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सरकार के डेटा बेस में ऐसी-ऐसी चीजें दर्ज हैं, जिस पर आप यकीन नहीं कर पाएंगे. अमेरिका की सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत 360 साल के शख्स को भी भुगतान किया जा रहा था. 'द गार्डियन' के फैक्ट चेक में ये दावा गलत साबित हुआ है. 

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सोशल सिक्यॉरिटी प्रोग्राम पर ट्रंप के हैरान करने वाले खुलासे

  • 4.7 मिलियन लोग-  100-109 साल के
  • 3.6 मिलियन लोग- 110-119 साल के
  • 3.47 मिलियन लोग- 120-129 साल के
  • 3.9 मिलियन लोग- 130- 139 साल के
  • 3.5 मिलियन लोग-  140-149 साल के
  • 1.3  मिलियन लोग- 150-159 साल के
  • 1,30,000 लोग - 160 साल 
  • 1039 लोग-  220-229 साल
  • 1 शख्स की उम्र- 240-249 साल
  • एक शख्स की उम्र 360 

ट्रंप की चुटकी, निशाने पर बाइडेन

राष्ट्रपति ट्रंप ने चुटकी लेते हुए कहा कि हमारे देश से 100 साल ज्यादा उम्र इस शख्स की थी. बता दें कि ट्रंप से पहले एलन मस्क भी इस तरह के दावे कर चुके हैं. जिसके बाद 'द गार्जियन' ने उस दावे का फैक्ट चेक किया था. उसमें क्या सामने आया, यहां जानिए. 

ट्रंप के दावे में कितनी सच्चाई?

'द गार्डियन' के फैक्ट चेक में इन दावों को गलत बताया गया है. दरअसल ट्रंप ने भी इस तथ्य पर ध्यान आकर्षित किया कि सामाजिक सुरक्षा प्रशासन डेटाबेस में लाखों लोग ऐसे हैं, जिनकी उम्र 110 साल से ज्यादा है. इससे पहले एलन मस्क ने भी ऐसा ही दावा किया था. जांच में 150 साल की उम्र वाले लोगों के नाम का जिक्र किया था. लेकिन तथ्य यह है कि सरकार के पास उन सभी की मौतों का रिकॉर्ड नहीं हैं,  जिनके पास एक बार सामाजिक सुरक्षा नंबर पहुंच चुका है और उनकी मौत हो गई है. 

'द गार्डियन' के फैक्ट चेक के मुताबिक, इस बात का खुलासा सामाजिक सुरक्षा प्रशासन के स्वतंत्र महानिरीक्षक की 2015 की रिपोर्ट में हुआ था, जिसमें सामने आया कि एजेंसी के पास उन लाखों लोगों के रिकॉर्ड नहीं थे, जिनकी मृत्यु हो चुकी थी. 2015 तक, महानिरीक्षक ने पाया, कि 112 साल या उससे ज्यादा उम्र के लगभग 6.5 मिलियन नंबर धारकों की मौत की जानकारी फाइलों में नहीं थी.  

रिपोर्ट में और क्या-क्या खुलासे?

उस रिपोर्ट के मुताबिक, सामाजिक सुरक्षा भुगतान अभी भी 112 साल की उम्र के सिर्फ 13 लोगों को ही किया जा रहा था.
2015 में जब रिपोर्ट जारी की गई थी, तो उनकी फाइल में सामाजिक सुरक्षा नंबर वाले सबसे बुजुर्ग व्यक्तिऔर किसी भी मृत्यु का रिकॉर्ड नहीं था. उस व्यक्ति को भी अब तक भुगतान किए जाने का भी कोई रिकॉर्ड नहीं था, जिनका जन्म 1869 में हुआ और जिसकी उम्र करीब 150 थी.

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