
- अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पांच अफ्रीकी देशों के नेताओं से मुलाकात के दौरान लाइबेरिया के राष्ट्रपति जोसेफ बोकाई की अंग्रेजी भाषा कौशल की प्रशंसा की.
- लाइबेरिया की आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है, जिसे वहां के लोग बचपन से सीखते और बोलते हैं, जो ट्रंप के लिए एक दिलचस्प तथ्य था.
- ट्रंप ने लाइबेरिया के राष्ट्रपति की अंग्रेजी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके टेबल पर कई लोग ठीक से अंग्रेजी बोल नहीं पाते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को पांच अफ्रीकी देशों के नेताओं से मुलाकात की. उनमें से कई अलग-अलग भाषा बोल रहे थे. तभी लाइबेरिया के राष्ट्रपति ने अपना माइक्रोफोन उठाया और अंग्रेजी में बात की. ट्रंप उनकी अंग्रेजी से प्रभावित हो गए और पूछा कि आपने यह भाषा कहां से सीखी. कमाल की बात यह है कि अंग्रेजी ही लाइबेरिया की आधिकारिक भाषा है. वहां बचपन से ही इंसान यह भाषा सीखता, बोलता है.
लाइबेरिया राष्ट्रपति जोसेफ बोकाई ने अपने देश में अमेरिकी निवेश की वकालत करने से पहले व्हाइट हाउस में माइक पर कहा, "लाइबेरिया संयुक्त राज्य अमेरिका का लंबे समय से मित्र है और हम अमेरिका को फिर से महान बनाने की आपकी नीति में विश्वास करते हैं… हम बस इस अवसर के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहते हैं."
इतना बोलते ही ट्रंप प्रभावित हुए और उन्होंने पूछा कि बोकाई को भाषा कौशल कहां से मिला. ट्रंप ने कहा, "इतनी अच्छी अंग्रेजी… आपने इतनी खूबसूरती से बोलना कहां से सीखा?"
इसपर बोकाई हंसने लगे.
"लाइबेरिया में?" ट्रंप ने पूछा. "हां सर," बोकाई ने कहा।
ट्रंप ने कहा, "यह बहुत दिलचस्प है… मेरे टेबल पर ऐसे लोग हैं जो ठीक से बोल नहीं सकते."
गौरतलब है कि लाइबेरिया की स्थापना 1822 में आजाद हुए अश्वेत अमेरिकियों के लिए एक उपनिवेश के रूप में की गई थी. यह श्वेत अमेरिकियों के दिमाग की उपज थी, जिसे वे एक समस्या के रूप में देखते थे. वे गुलामी समाप्त होने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका में अश्वेत लोगों का भविष्य नहीं देखते थे. अंग्रेजी लाइबेरिया की आधिकारिक भाषा है, हालांकि वहां कई स्वदेशी भाषाएं भी बोली जाती हैं.
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