भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को आज अमेरिका में वीजा धोखाधड़ी के मामले में फिर से दोषारोपित किया गया। देवयानी की गिरफ्तारी और कपड़े उतारकर उनकी तलाशी लिए जाने के बाद भारत-अमेरिका के रिश्तों में खटास आ गई थी।
गौरतलब है कि गुरुवार को ही अमेरिका की एक अदालत ने देवयानी को दोषारोपित करने के पहले के फैसले को खारिज कर दिया था।
देवयानी के लिए पैदा हुई इस नई मुश्किल में संघीय अभियोजकों ने वीजा धोखाधड़ी और अपनी घरेलू सहायिका के वीजा आवेदन के बारे में गलतबयानी के आरोपों पर भारतीय राजनयिक को फिर से दोषारोपित किया। एक ग्रैंड ज्यूरी ने देवयानी पर लगाए गए दो आपराधिक आरोपों को प्रथम दृष्टया सही माना है।
मैनहैटन की एक संघीय अदालत में दायर ताजा आरोप-पत्र में यह भी कहा गया है कि देवयानी ने अमेरिकी विदेश विभाग में अपनी घरेलू सहायिका का एक ऐसा रोजगार अनुबंध दाखिल किया जिसके बारे में उन्हें पता था कि उसमें 'गलत और फर्जी बयान' हैं।
करीब 21 पन्नों के आरोप-पत्र में कहा गया है कि राजनयिक ने 'जानबूझकर' कई गलत तथ्य पेश किए और अमेरिकी अधिकारियों को गलत सूचनाएं दी ताकि एक निजी घरेलू कामगार के लिए वीजा हासिल किया जाए। इसमें कहा गया कि 'देवयानी खोबरागड़े पीड़िता को अमेरिकी कानून के तहत अपेक्षित मेहनताना या अन्य संरक्षण नहीं देना चाहती थीं।'
गौरतलब है कि देवयानी का तबादला भारत किया जा चुका है और अभी विदेश मंत्रालय में तैनात हैं। देवयानी ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोप खारिज किए हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं