(प्रतीकात्मक तस्वीर)
संयुक्त राष्ट्र:
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा है कि पिछले साल भारत में 100 से अधिक मामलों में मौत की सजा सुनाई गई. एमनेस्टी ने गुरुवार को ‘द डेथ संटेंसेज एंड एक्जिक्यूशंस 2017’ नामक रिपोर्ट जारी की. उसने कहा कि 2017 में 23 देशों में कम से कम 993 लोगों को मौत की सजा की तामील की गई जो 2016 के मुकाबले चार फीसदी कम है. 2016 में यह संख्या 1,032 थी. उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2017 में 53 देशों में कम से कम 2,591 मामलों में मौत की सजा सुनाई गई जो 2016 के मुकाबले काफी कम है.
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2016 में 3,117 मामलों में मौत की सजा सुनाई गई थी. उसने कहा कि भारत में पिछले साल 109 मामलों में मौत की सजा सुनाई गई थी. एमनेस्टी ने कहा , ‘भारत, सिंगापुर और थाईलैंड ने विमान अपहरण, परमाणु आतंकवाद और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में मौत की सजा के प्रावधान वाले नए कानून का अनुमोदन करके मृत्युदंड के दायरे का विस्तार किया.’ भारत में 2017 के आखिर में 371 ऐसे लोग थे जिनको मौत की सजा सुनाई गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में एशिया - प्रशांत के नौ देशों ने मौत की सजा की तामील की जबकि 2016 में 11 देशों ने ऐसा किया था.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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2016 में 3,117 मामलों में मौत की सजा सुनाई गई थी. उसने कहा कि भारत में पिछले साल 109 मामलों में मौत की सजा सुनाई गई थी. एमनेस्टी ने कहा , ‘भारत, सिंगापुर और थाईलैंड ने विमान अपहरण, परमाणु आतंकवाद और भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में मौत की सजा के प्रावधान वाले नए कानून का अनुमोदन करके मृत्युदंड के दायरे का विस्तार किया.’ भारत में 2017 के आखिर में 371 ऐसे लोग थे जिनको मौत की सजा सुनाई गई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में एशिया - प्रशांत के नौ देशों ने मौत की सजा की तामील की जबकि 2016 में 11 देशों ने ऐसा किया था.
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