फीनिक्स:
अमेरिका में एक इराकी प्रवासी को अपनी 20 वर्षीय बेटी के पश्चिमीकरण से ज्यादा प्रभावित होने के कारण उसकी कुचलकर हत्या कर देने के आरोप में 34 साल की सजा सुनाई गई है। न्यायमूर्ति रोलान्ड स्टेनिल ने कहा कि सभी धर्मों में क्षमा का सार निहित है, लेकिन फालेह हसन अलमलेकी को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। अदालत ने अलमलेकी को अपनी बेटी और उसके प्रेमी की मां की हत्या का आरोपी पाया। अभियोजन पक्ष के मुताबिक, 20 अक्टूबर, 2009 को नूर अलमलेकी और उसके प्रेमी की मां अमल कलाफ को एक कार्यालय में देखकर लड़की के पिता ने आपा खो दिया। दोनों महिलाएं जब अपने कार्यालय से बाहर निकलीं, तो फालेह अलमलेकी ने अपनी जीप से उन दोनों को कुचल डाला और देश छोड़कर भाग गया। कानून प्रवर्तन विभाग ने उन्हें लंदन में पकड़ लिया और वहां से फिर उसे फीनिक्स वापस लाया गया और उस पर मुकदमा चलाया गया। इस मामले की देश में व्यापक आलोचना हुई और अभियोजकों ने इसे झूठी शान के खातिर हत्या यानी ऑनर किलिंग करार दिया था।
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