अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
वाशिंगटन:
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने विवादित परमार्थ न्यास खत्म करना चाहते हैं. इसके पीछे उनका मकसद राष्ट्रपति पद के साथ हितों के टकराव को खत्म करना है. अमेरिका और विदेशों में ट्रंप के व्यावसायिक हित सहित डोनाल्ड जे ट्रंप फाउंडेशन चुनाव के दौरान ही जांच के दायरे में आ चुके हैं.
ट्रंप ने शनिवार को एक बयान में अपने इस कदम की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘फाउंडेशन ने वषरें से अनगिनत योग्य समूहों सहित कई बड़े लोगों के साथ ही कानून प्रवर्तन अधिकारियों और बच्चों को करोड़ो रपये का दान देकर अच्छा काम किया है.’’
‘‘राष्ट्रपति पद के साथ किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए मैं परमार्थ काम किसी अन्य तरीके से करना चाहता हूं.’’
आलोचकों का कहना है कि जब तक ट्रंप अपने आपको पूरी तरह से व्यावसायिक और परोपकारिक हित से अलग नहीं कर देंगे तब तक बिना किसी विवाद के राष्ट्रपति के तौर पर देश की सेवा करना संभव नहीं है.
ट्रंप ने शनिवार को एक बयान में अपने इस कदम की घोषणा करते हुए कहा, ‘‘फाउंडेशन ने वषरें से अनगिनत योग्य समूहों सहित कई बड़े लोगों के साथ ही कानून प्रवर्तन अधिकारियों और बच्चों को करोड़ो रपये का दान देकर अच्छा काम किया है.’’
‘‘राष्ट्रपति पद के साथ किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए मैं परमार्थ काम किसी अन्य तरीके से करना चाहता हूं.’’
आलोचकों का कहना है कि जब तक ट्रंप अपने आपको पूरी तरह से व्यावसायिक और परोपकारिक हित से अलग नहीं कर देंगे तब तक बिना किसी विवाद के राष्ट्रपति के तौर पर देश की सेवा करना संभव नहीं है.
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