बीजिंग:
चीन भारत और उसके बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने का इच्छुक है और चाहता है कि वर्ष 2012 दोनों देशों के लिए सहयोग और विकास का साल हो।
भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों शिवशंकर मेनन और दाए बिंगग्यो ने नई दिल्ली में सीमा पर 15वें दौर की वार्ता के दूसरे दिन बातचीत की।
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह दोस्ताना विचार-विमर्श के माध्यम से ‘शांतिपूर्ण तरीके से दोनों देशों को मंजूर, पारदर्शी और उचित हल’ निकालना चाहता है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियू वेइमिन ने बताया, ‘चीन-भारत सीमा विवाद मुद्दे पर, वर्ष 2003 से अपनाए गए तरीके के अंतर्गत दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच निष्पक्ष और सार्थक बातचीत हुई।’ उन्होंने वार्ता के बारे में अधिक जानकारी देने से मना करते हुए कहा कि बैठकें अभी भी चल रही हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश सीमा विवाद को सुलझाने के लिए एक दिशा-निर्देश तैयार करने पर राजी हो गए हैं जोकि इस विवाद का हल निकालने के मामले में सबसे महत्वपूर्ण कदम है।
भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों शिवशंकर मेनन और दाए बिंगग्यो ने नई दिल्ली में सीमा पर 15वें दौर की वार्ता के दूसरे दिन बातचीत की।
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह दोस्ताना विचार-विमर्श के माध्यम से ‘शांतिपूर्ण तरीके से दोनों देशों को मंजूर, पारदर्शी और उचित हल’ निकालना चाहता है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लियू वेइमिन ने बताया, ‘चीन-भारत सीमा विवाद मुद्दे पर, वर्ष 2003 से अपनाए गए तरीके के अंतर्गत दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच निष्पक्ष और सार्थक बातचीत हुई।’ उन्होंने वार्ता के बारे में अधिक जानकारी देने से मना करते हुए कहा कि बैठकें अभी भी चल रही हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश सीमा विवाद को सुलझाने के लिए एक दिशा-निर्देश तैयार करने पर राजी हो गए हैं जोकि इस विवाद का हल निकालने के मामले में सबसे महत्वपूर्ण कदम है।