
बीजिंग:
दक्षिण चीन सागर में द्वीपसमूहों पर अधिकार के लिए समीपवर्ती देशों के साथ बढ़ते विवाद के बीच, चीन ने ‘समुद्री संप्रभुता’ की सुरक्षा के प्रयासों के तहत अपना सबसे बड़ा और अत्याधुनिक गश्ती पोत मिशन पर तैनात कर दिया है।
बीते सप्ताह के अंत में नए पोत हैक्सुन 01 को हुबेई प्रांत के वुहान से जल क्षेत्र में उतारा गया। शंघाई नौवहन ब्यूरो (एसएमबी) ने बताया कि यह पोत ऐसा पहला गश्ती पोत है जो नौवहन निगरानी और बचाव कार्य, दोनों कर सकता है। इस पोत का प्रबंधन एसएमबी ही करेगा।
सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ की आज की खबर में कहा गया है ‘‘समुद्री संप्रभुता की रक्षा करने और अपने तटीय जल क्षेत्र में बचाव क्षमता को बढ़ाने के प्रयासों के तहत चीन ने यह कदम उठाया है।’
एसएमबी ने एक बयान में कहा है कि कुल 5,418 टन वजन का यह पोत समुद्र में लोगों को बचा सकता है, नौवहन विवाद की जांच कर सकता है और तेल के रिसाव पर नजर रख सकता है। यह दूसरे पोतों को खींच भी सकता है और अन्य नौकाओं पर गोले बरसा सकता है।
बीते सप्ताह के अंत में नए पोत हैक्सुन 01 को हुबेई प्रांत के वुहान से जल क्षेत्र में उतारा गया। शंघाई नौवहन ब्यूरो (एसएमबी) ने बताया कि यह पोत ऐसा पहला गश्ती पोत है जो नौवहन निगरानी और बचाव कार्य, दोनों कर सकता है। इस पोत का प्रबंधन एसएमबी ही करेगा।
सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ की आज की खबर में कहा गया है ‘‘समुद्री संप्रभुता की रक्षा करने और अपने तटीय जल क्षेत्र में बचाव क्षमता को बढ़ाने के प्रयासों के तहत चीन ने यह कदम उठाया है।’
एसएमबी ने एक बयान में कहा है कि कुल 5,418 टन वजन का यह पोत समुद्र में लोगों को बचा सकता है, नौवहन विवाद की जांच कर सकता है और तेल के रिसाव पर नजर रख सकता है। यह दूसरे पोतों को खींच भी सकता है और अन्य नौकाओं पर गोले बरसा सकता है।
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