चिली ने देशभर में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है क्योंकि वो तेजी से जंगल में फैल रही आग को काबू नहीं कर पा रहा है. Al Jazeera की रिपोर्ट के मुताबिक, जंगल में लगी इस आग के कारण अब तक 19 लोगों की मौत हो गई है. इस आग के कारण अभी तक कई हजार एकड़ में फैला जंगल बर्बाद हो गया है और आसमान में धुएं के घने बादल छाए हुए हैं. जंगल में लगी इस भीषण आग के कारण विना डेल मार और वालपराइसो के केंद्रीय क्षेत्रों में रह रहे लोग अपना घर खाली करने के लिए मजबूर हो गए हैं.
चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने कार्रवाई की घोषणा करते हुए एक्स पर पोस्ट किया, ''जंगल की आग के खिलाफ लड़ाई में सभी बल तैनात हैं.'' बचाव अभियान जारी है. हालांकि, चिली के आंतरिक मंत्री ने कहा है कि मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है. अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, आंतरिक मंत्री कैरोलिना तोहा ने कहा, "मृत्यु की रिपोर्ट बहुत अस्थायी है."
तोहा ने कहा, "हमारे पास अन्य स्थानों से रिपोर्ट हैं जहां संकेत हैं कि और भी लोग मारे गए हैं, लेकिन हमारे पास जमीनी स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं है." अल जज़ीरा के अनुसार, तोहा ने देश भर में 92 सक्रिय आग की सूचना दी, जिससे 43,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र प्रभावित हुआ है.
अल नीनो वेदर फिनोमेना (El Nino weather phenomenon) के कारण दक्षिण अमेरिका के हिस्सो में गर्मी की लहर और सूखे के कारण जंगल की आग बढ़ रही है, क्योंकि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ग्लोबल वार्मिंग ने उच्च गर्मी और आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं की संभावना बढ़ा दी है.
राजधानी के दक्षिण-पश्चिम में एस्ट्रेला और नविदाद के समुदायों में आग ने लगभग 30 घरों को नष्ट कर दिया है और पिचिलेमु के सर्फिंग गंतव्य के पास निवासियों को खाली करने के लिए मजबूर किया है. जैसे-जैसे चिली और कोलंबिया बढ़ते तापमान का सामना कर रहे हैं, आने वाले दिनों में अर्जेंटीना, पैराग्वे और ब्राजील में भी लू चलने का खतरा है.
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