(फाइल फोटो)
लंदन:
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय उत्पीड़न और दुराचार के मामलों पर अंकुश के तहत शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के बीच संबंधों का रिकार्ड रखने के लिए एक आधिकारिक रजिस्टर शुरु करने की योजना बना रहा है. वैसे तो ऐसा कोई कानून नहीं है जो शिक्षकों को 18 साल से अधिक उम्र के विद्यार्थियों के साथ संबंध बनाने से रोकता हो लेकिन ज्यादातर ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में इसे आचार संहिता के विरुद्ध माना जाता है. अब, दुनिया के श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में एक कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय एक कदम आगे बढ़ने की योजना बना रहा है.
इंग्लैंड का यह प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय अब एक नयी नीति जारी करेगा जो प्रोफेसरों के लिए किसी भी विद्यार्थी के साथ यौन संसर्ग का उल्लेख करना अनिवार्य बनाएगा.
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इस तरह के संबंधों को हितों का टकराव समझा जा सकता है. उसके बाद उन्हें उन विद्यार्थियों को पढ़ाने या उनके काम का मूल्यांकन करने से रोका जाएगा. ‘डेली टेलीग्राफ’ की एक खबर के अनुसार एक बयान में विश्वविद्यालय ने कहा कि यौन कदाचार के इर्द-गिर्द आचरण में बदलाव को प्रोत्साहित करने के लिए नयी पहल के तहत वह परस्पर सहमति के कर्मचारी-विद्यार्थी यौन संबंध पर नया दिशा-निर्देश प्रकाशित करेगा.
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विश्वविद्यालय को उम्मीद है कि शिक्षक और विद्यार्थी के बीच परस्पर सहमति से बने संबंधों को आधिकारिक रुप से घोषित करने से इन चिंताओं से निबटने में मदद मिलेगी कि शिक्षक विद्यार्थियों को ऐसे संबंधों के लिए आकर्षित करने के लिए अपने पद का इस्तेमाल कर सकते हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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विश्वविद्यालय को उम्मीद है कि शिक्षक और विद्यार्थी के बीच परस्पर सहमति से बने संबंधों को आधिकारिक रुप से घोषित करने से इन चिंताओं से निबटने में मदद मिलेगी कि शिक्षक विद्यार्थियों को ऐसे संबंधों के लिए आकर्षित करने के लिए अपने पद का इस्तेमाल कर सकते हैं.
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