कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी के बोर्ड की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
फेसबुक से डाटा चोरी कर उसका चुनाव अभियान के दौरान गलत इस्तेमाल करने का आरोप झेल रही कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी ने बुधवार को अपनी कंपनी बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने एक औपचारिक बयान के माध्यम से यह जानकारी दी. कंपनी कुछ समय बाद अपनी सभी इकाइयां भी बंद करने पर भी विचार कर रही है. कंपनी ने अपने एक बयान में कहा कि वह डेटा संचालन पर एक विवाद में शामिल कैंब्रिज एनालिटिका और इसकी ब्रिटिश मूल कंपनी एससीएल चुनाव लिमिटेड को तुरंत बंद करने पर विचार कर रही है.
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कंपनी ने कहा कि हमारे खिलाफ हुए मीडिया कवरेज ने हमारे सभी ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं को हमसे दूर कर दिया है. यही वजह है कि हमनें यह निर्णय लिया है कि हम अब अपना काम जारी नहीं रख सकते हैं. कैंब्रिज एनालिटिका के पास और कोई विकल्प नहीं है. लिहाजा इसे बंद करने का फैसला किया गया है. गौरतलब है कि कैंब्रिज एनालिटिका पर भारत समेत विश्व के कई देशों के चुनाव अभियान को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है. इन देशों में अमेरिका भी शामिल है.
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इस कंपनी पर आरोप है कि इसने संबंधित देश के फेसबुक यूजर्स का डाटा चुराकर उसका इस्तेमाल चुनाव के दौरान किया. डेटा लीक के इस मामले के सामने आने के बाद भारत सरकार ने संबंधित कंपनी समेत फेसबुक पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी. आपको बता दें कि कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के पांच करोड़ सदस्यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने आरोप लगा है.
VIDEO: कैंब्रिज एनालिटिका को लेकर रविशंकर प्रसाद ने दिया बड़ा बयान.
इसके बाद कंपनी ने अपने चीफ एक्जीक्यूटिव अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया है. कैंब्रिज एनालिटिका वहीं कंपनी है जिसने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेनिंग की थी.
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कंपनी ने कहा कि हमारे खिलाफ हुए मीडिया कवरेज ने हमारे सभी ग्राहकों और आपूर्तिकर्ताओं को हमसे दूर कर दिया है. यही वजह है कि हमनें यह निर्णय लिया है कि हम अब अपना काम जारी नहीं रख सकते हैं. कैंब्रिज एनालिटिका के पास और कोई विकल्प नहीं है. लिहाजा इसे बंद करने का फैसला किया गया है. गौरतलब है कि कैंब्रिज एनालिटिका पर भारत समेत विश्व के कई देशों के चुनाव अभियान को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है. इन देशों में अमेरिका भी शामिल है.
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इस कंपनी पर आरोप है कि इसने संबंधित देश के फेसबुक यूजर्स का डाटा चुराकर उसका इस्तेमाल चुनाव के दौरान किया. डेटा लीक के इस मामले के सामने आने के बाद भारत सरकार ने संबंधित कंपनी समेत फेसबुक पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही थी. आपको बता दें कि कैंब्रिज एनालिटिका पर फेसबुक के पांच करोड़ सदस्यों से जुड़ी जानकारियों का दुरुपयोग करने आरोप लगा है.
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इसके बाद कंपनी ने अपने चीफ एक्जीक्यूटिव अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया है. कैंब्रिज एनालिटिका वहीं कंपनी है जिसने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेनिंग की थी.
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