न्यूयॉर्क:
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश का कहना है कि 11 सितंबर के हमले के मलबे को याद करने से नर्क जैसा अहसास होता है और जब उन्होंने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन की मौत के बारे में सुना तो उन्हें लगा कि एक बुरा अध्याय बंद हो गया। हमले के तीन दिन बाद ग्राउंड जीरो के अपने दौरे की याद करते हुए बुश ने नेशनल जियोग्राफिक चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, ऊपर से देखने पर यह ऐसा लगा था जैसे कोई बड़ा घाव हो लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो मलबा मुझे किसी नर्क से कम नहीं लगा। जब अलकायदा के उग्रवादियों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन पर हमला किया था, तब बुश ही अमेरिका के राष्ट्रपति थे। उन्होंने साक्षात्कार के दौरान, 11 सितंबर 2001 को हुए हमले के अनुभव बताए। यह साक्षात्कार 28 अगस्त को प्रसारित किया जाएगा। बुश ने कहा, अंतत: 11 सितंबर की तारीख कैलेंडर का एक दिन बन जाएगी। यह पर्ल हार्बर दिवस जैसा होगा। उन्होंने कहा, लेकिन जिन लोगों ने इसे आंखों से देखा है, वह इस दिन को कभी नहीं भूल पाएंगे। पूर्व राष्ट्रपति ने बताया कि इस हमले के बाद वह अपनी पत्नी लौरा बुश तथा दोनों बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हो गए थे। उन्होंने कहा, मेरी चिंता अन्य पति पत्नियों की तरह ही थी कि क्या लौरा ठीक हैं। दूसरी चिंता थी कि क्या हमारी बेटियां ठीक हैं। बिन लादेन की मौत के बारे में बुश ने कहा, बहुत ज्यादा खुशी या उत्साह का अहसास नहीं हुआ।
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