बॉबी जिंदल (फाइल फोटो)
अमेरिकी राज्य लुसियाना के भारतवंशी रिपब्लिकन गवर्नर बॉबी जिंदल राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2016 से अचानक अपना अभियान वापस ले लिया।
भारतवंशी अमेरिकी कहे जाने पर आपत्ति उठाने वाले और अपने को सिर्फ अमेरिकी कहने के कारण सोशल मीडिया पर चर्चा में रहे जिंदल (44) ने मंगलवार को फॉक्स न्यूज पर राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की। भारतीय प्रवासी माता-पिता की संतान जिंदल ने टेलीविजन पर कहा, "उन्होंने मेरी परवरिश के दौरान मुझमें यह विश्वास पैदा किया कि अमेरिकी कुछ भी कर सकते हैं। वे सही थे, हम कर सकते हैं।"
बकौल जिंदल, "मुझे नहीं लगता कि सैकड़ों वर्ष पहले वे इसकी कल्पना भी का सकते थे कि एक दिन मैं गवर्नर बनूंगा और अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल होऊंगा।"
हालांकि उन्होंने माना कि यह समय उनका नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे इसका एहसास हो गया है कि यह मेरा समय नहीं है। इसलिए मैं राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान समाप्त कर रहा हूं।" जिंदल के माता-पिता का संबंध भारत के पंजाब राज्य से रहा है।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि उनकी पार्टी विकास और अवसरों में यकीन रखती है। बकौल जिंदल, "हम वामपंथ के शत्रुता व विभाजनकारी दृष्टिकोण पर नहीं चल सकते। हमें एक ऐसी पार्टी के तौर पर बने रहना होगा, जिसका मानना है कि इस देश में सभी समान हैं और हर कोई अमेरिका में सफल हो सकता है। यह कोई मायने नहीं रखता कि उसका जन्म किन परिस्थितियों में हुआ और उसके माता-पिता कौन हैं।"
जिंदल तीसरे रिपब्लिकन हैं, जिन्होंने अपना राष्ट्रपति अभियान समाप्त कर दिया है। उनसे पहले टेक्सास के पूर्व गवर्नर रिक पेरी और विस्कॉन्सिन के गर्वनर स्कॉट वाकर ने स्वयं को राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से अलग कर लिया है।
कभी रिपब्लिकन पार्टी के दमदार उम्मीदवार के रूप में सामने आने वाले जिंदल का अभियान लोगों का बहुत अधिक ध्यान आकर्षित नहीं कर पाया। कई राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में उन्हें एक प्रतिशत से भी कम मत मिले।
अधिकांश रिपब्लिकन वोटर रियल स्टेट कारोबारी डोनाल्ड ट्रम्प और न्यूरोसर्जन बेन कार्सन का समर्थन कर रहे हैं। रिपब्लिकन उम्मीदवारों के बीच चर्चा के दौरान कभी जिंदल को बढ़त नहीं मिल पाई। राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से हटने की घोषणा करते हुए जिंदल ने यह भी कहा कि वह अपने थिंक टैंक 'अमेरिका नेक्स्ट' के साथ काम करेंगे।
जिंदल ने यह भी कहा कि वह फिलहाल किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं कर रहे हैं, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी के लिए जिस भी रिपब्लिकन उम्मीदवार का चयन किया जाएगा, वह उसका समर्थन करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार कौन होगा, जिंदल ने कहा, "वह ट्रम्प नहीं होंगे, कोई और होगा।" जिंदल के दो सहयोगियों का भी कहना है कि वह उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रहे ट्रम्प और कार्सन की बजाय सीनेटर टेड क्रूज या मार्को रुबियो का समर्थन कर सकते हैं।
भारतवंशी अमेरिकी कहे जाने पर आपत्ति उठाने वाले और अपने को सिर्फ अमेरिकी कहने के कारण सोशल मीडिया पर चर्चा में रहे जिंदल (44) ने मंगलवार को फॉक्स न्यूज पर राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ने के अपने फैसले की घोषणा की। भारतीय प्रवासी माता-पिता की संतान जिंदल ने टेलीविजन पर कहा, "उन्होंने मेरी परवरिश के दौरान मुझमें यह विश्वास पैदा किया कि अमेरिकी कुछ भी कर सकते हैं। वे सही थे, हम कर सकते हैं।"
बकौल जिंदल, "मुझे नहीं लगता कि सैकड़ों वर्ष पहले वे इसकी कल्पना भी का सकते थे कि एक दिन मैं गवर्नर बनूंगा और अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में शामिल होऊंगा।"
हालांकि उन्होंने माना कि यह समय उनका नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे इसका एहसास हो गया है कि यह मेरा समय नहीं है। इसलिए मैं राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना अभियान समाप्त कर रहा हूं।" जिंदल के माता-पिता का संबंध भारत के पंजाब राज्य से रहा है।
उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि उनकी पार्टी विकास और अवसरों में यकीन रखती है। बकौल जिंदल, "हम वामपंथ के शत्रुता व विभाजनकारी दृष्टिकोण पर नहीं चल सकते। हमें एक ऐसी पार्टी के तौर पर बने रहना होगा, जिसका मानना है कि इस देश में सभी समान हैं और हर कोई अमेरिका में सफल हो सकता है। यह कोई मायने नहीं रखता कि उसका जन्म किन परिस्थितियों में हुआ और उसके माता-पिता कौन हैं।"
जिंदल तीसरे रिपब्लिकन हैं, जिन्होंने अपना राष्ट्रपति अभियान समाप्त कर दिया है। उनसे पहले टेक्सास के पूर्व गवर्नर रिक पेरी और विस्कॉन्सिन के गर्वनर स्कॉट वाकर ने स्वयं को राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से अलग कर लिया है।
कभी रिपब्लिकन पार्टी के दमदार उम्मीदवार के रूप में सामने आने वाले जिंदल का अभियान लोगों का बहुत अधिक ध्यान आकर्षित नहीं कर पाया। कई राष्ट्रीय सर्वेक्षणों में उन्हें एक प्रतिशत से भी कम मत मिले।
अधिकांश रिपब्लिकन वोटर रियल स्टेट कारोबारी डोनाल्ड ट्रम्प और न्यूरोसर्जन बेन कार्सन का समर्थन कर रहे हैं। रिपब्लिकन उम्मीदवारों के बीच चर्चा के दौरान कभी जिंदल को बढ़त नहीं मिल पाई। राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ से हटने की घोषणा करते हुए जिंदल ने यह भी कहा कि वह अपने थिंक टैंक 'अमेरिका नेक्स्ट' के साथ काम करेंगे।
जिंदल ने यह भी कहा कि वह फिलहाल किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं कर रहे हैं, लेकिन राष्ट्रपति चुनाव में दावेदारी के लिए जिस भी रिपब्लिकन उम्मीदवार का चयन किया जाएगा, वह उसका समर्थन करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार कौन होगा, जिंदल ने कहा, "वह ट्रम्प नहीं होंगे, कोई और होगा।" जिंदल के दो सहयोगियों का भी कहना है कि वह उम्मीदवारी की दौड़ में आगे चल रहे ट्रम्प और कार्सन की बजाय सीनेटर टेड क्रूज या मार्को रुबियो का समर्थन कर सकते हैं।
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