चीन की राजधानी बीजिंग में सोमवार को एक दशक के अंदर सबसे भयानक धूलभरी आंधी और तूफान आया. इससे बीजिंग का आसमान गहरे भूरे-पीले रंग का हो गया. शहर में अंधेरा सा छा गया है, आंधी की वजह से शहर के कई इलाकों में दिन में लाइट जलानी पड़ी. बीजिंग में वायु गुणवत्ता स्तर 1000 को पार कर गया, जिसे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने सबसे ज्यादा घातक बताया है. सिर्फ दो हवाई अड्डों पर ही 350 से ज्यादा उड़ानें रद्द की गई हैं, जबकि कई लेट से चल रही हैं.
आंधी आने पर बीजिंग के लोगों ने खुद को बचाने के लिए गॉगल्स, मास्क और हेयरनेट्स पहन लिए. कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरों में धूल और रेतभरी आंधी की तस्वीरें कैद हुई हैं. सरकार ने फौरन सभी स्कूलों को आउटडोर गेम बंद करने के आदेश दिए और लोगों से अपील की कि जिन्हें सांस की बीमारी है, वैसे लोग घरों के अंदर ही रहें. कई राजमार्गों को आंशिक रूप से बंद कर दिया गया है.
उत्तरी मंगोलिया में धूलभरी आंधी ने ज्यादा तबाही मचाई है. वहां हवा की गुणवत्ता बेदह खराब श्रेणी में पहुंच गई है. अधिकारियों ने बताया है कि तूफान की वजह से कई लोगों की जानें गई हैं और दर्जन भर से ज्यादा लोग लापता हैं. धूल भरी आंधी की वजह से बीजिंग में विजिविलिटी 500 मीटर से भी कम रह गई. अधिकारियों ने कहा है कि एक दशक में यह सबसे खतरनाक प्राकृतिक आपदा है. बीजिंग में प्रदूषण का स्तर PM 2.5 के स्तर को पार कर गया.
ये सैंडस्टॉर्म (धूल भरी आंधी) इनर मंगोलिया से शुरू होकर गांसू (Gansu), शांसी (Shanxi) और हेबेई (Hebei) प्रांत तक फैली थी. राजधानी बीजिंग इन प्रांतों से घिरा हुआ है. चीन के मौसम विभाग ने सोमवार को बीजिंग और आसपास के इलाके में येलो अलर्ट जारी किया था.
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