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कई विमानों को निगलने वाला रहस्यमयी बरमूडा ट्राइएंगल क्या है? 

Bermuda Triangle's mystery Explained: आखिर बरमूडा ट्राइएंगल है क्या और यहां ऐसे कौन से ऐसे फैक्टर हैं जो कथित तौर पर पानी जहाज और हवाई जहाजों के गायब होने के लिए जिम्मेदार हैं. यहां समझिए.

कई विमानों को निगलने वाला रहस्यमयी बरमूडा ट्राइएंगल क्या है? 
Bermuda Triangle's mystery Explained: यहां पानी और हवाई जहाज गायब क्यों होते हैं

Bermuda Triangle's mystery Explained: उत्तरी अटलांटिक महासागर का वो हिस्सा जिसके बारे में दावा किया जाता है कि वहां आकर लगभग 50 पानी जहाज और 20 हवाई जहाज गायब हो गए हैं. हम बात कर रहे हैं रहस्यमय ढंग से गायब होने के लिए अपनी कुख्याति के बीच अंतहीन अटकलों का घर बरमूडा ट्राइएंगल की. इन दावों के बीच बरमूडा ट्राइएंगल की इस कुख्याति के पीछे की वजह को लेकर भी कई दावे किए जाते हैं. मसलन यहां जियोमैग्नेटिक लाइन्स के असमान्य होने, समुद्र की तलछट से मीथेन गैस निकलने से लेकर अलौकिक ताकतों की कहानी कही जाती है. तो सच्चाई क्या है. आखिर बरमूडा ट्राइएंगल है क्या और यहां ऐसे कौन से ऐसे फैक्टर हैं जो कथित तौर पर पानी जहाज और हवाई जहाजों के गायब होने के लिए जिम्मेदार हैं.

बरमूडा ट्राइएंगल क्या और कहां है?

बरमूडा ट्राइएंगल उत्तरी अटलांटिक महासागर का एक क्षेत्र है, लेकिन इसकी सीमाएं क्या हैं, इसपर कोई आम सहमति नहीं है. हालांकि मोटा-मोटी यह माना जाता है कि अमेरिका के दक्षिणपूर्वी तट, बरमूडा और ग्रेटर एंटिल्स (क्यूबा, ​​हिसपनिओला, जमैका और प्यूर्टो रिको) के द्वीपों के बीच का क्षेत्र बरमूडा ट्राइएंगल है. यह क्षेत्र त्रिकोण आकार का है और यहीं से इसके नाम में ट्राइएंगल आता है.

ज्योग्राफिकल मैगजीन की रिपोर्ट के अनुसार इस क्षेत्र में होने वाली समझाए न जा सकने वाली पहली घटना 19वीं शताब्दी के मध्य तक नहीं आई थी. लेकिन जैसी अटकलें लगाई जाती हैं, या अफवाह फैलाई जाती हैं, उसके उलट बरमूडा ट्राइएंगल अजीब गतिविधियों का हॉटस्पॉट नहीं है. ऐसा नहीं है कि अटलांटिक महासागर के दूसरे हिस्सों की तुलना में बरमूडा ट्रायंगल में चीजें ज्यादा गायब होती हैं.

नोट: ज्योग्राफिकल मैगजीन 1935 से यूके में प्रकाशित हो रही है और यह रॉयल ज्योग्राफिकल सोसाइटी (IBG के साथ) की आधिकारिक पत्रिका है.

यहां जहाज और विमान क्यों लापता हो जाते हैं?

ज्योग्राफिकल की रिपोर्ट में हमने इस सवाल का जवाब खोजा. इसमें अमेरिका के National Oceanic and Atmospheric Administration (NOAA) के हवाले से इसका जवाब दिया गया है. NOAA के अनुसार बरमूडा ट्राइएंगल में जहाजों के लुप्त होने का एक प्रमुख कारण गल्फ स्ट्रीम है. गल्फ स्ट्रीम एक महत्वपूर्ण महासागरीय धारा है जो उष्णकटिबंधीय से उच्च अक्षांशों की ओर गर्मी लाने के लिए जिम्मेदार है. यह धारा अटलांटिक मेरिडियनल ओवरटर्निंग सर्कुलेशन (AMOC) का हिस्सा है. AMOC में कई अन्य धाराएं शामिल हैं जो एक 'वैश्विक कन्वेयर बेल्ट' बनाने के लिए मिलकर काम करती हैं और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में तलछट, जीवों और गर्मी को पानी की लहर के साथ ट्रांसफर करती है.

यह सच है कि गल्फ स्ट्रीम अपनी धरती के के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन बरमूडा ट्राइएंगल से होते हुए यात्रा करने वाले जहाजों और विमानों के संदर्भ में, यह मौसम में तेजी से और कभी-कभी हिंसक परिवर्तन करके विनाश भी कर सकता है. AMOC की उपस्थिति से इस बात का भी जवाब मिलता है कि बरमूडा ट्राइएंगल में गायब हुए जहाजों और विमानों को ढूंढना मुश्किल क्यों है. दरअसल इनकी लहरों की वजह से दुर्घटना स्थल पर कोई भी मलबा ज्यादा देर तक टिकता नहीं है. 

रिपोर्ट के अनुसार बरमूडा ट्राइएंगल के भीतर उष्णकटिबंधीय तूफान और चक्रवात बहुत आते हैं, जो संभावित रूप से इसमें फंसे लोगों के लिए मृत्यु का कारण बनते हैं. साथ ही इस क्षेत्र के भीतर जहाजों के गायब होने का एक अन्य कारक कैरेबियन सागर में बड़ी संख्या में द्वीप हैं, जिनकी उपस्थिति से उथले पानी के क्षेत्र बन सकते हैं जो सुचारू नेविगेशन के लिए अनुकूल नहीं हैं.

क्या यहां कुछ सुपरनेचुरल भी है?

रिपोर्ट के अनुसार बरमूडा ट्राइएंगल को लेकर किसी भी सुपरनेचुरल बात को अमेरिकी नौसेना और अमेरिकी तट रक्षक द्वारा स्पष्ट रूप से नकार दिया गया है. इसके बजाय वैज्ञानिक तर्क, पर्यावरणीय कारकों और मानवीय त्रुटि– इन तीनों को यहां के पानी में गायब होने के पीछे की वजह माना जाता है.

इनपुट- ज्योग्राफिकल मैगजीन

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