रोम:
इटली की एक अदालत ने पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बलरुस्कोनी के मालिकाना हक वाले अखबार में पुलिस वायरटैप से लीक प्रतिलिपि के प्रकाशन के मामले में उन्हें एक साल जेल की सजा सुनाई है।
कर धोखाधड़ी और एक नाबालिग महिला यौनकर्मी से यौन संबंध कायम करने के मामलों में भी आरोपी बलरुस्कोनी खुद को दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अपील कर सकते हैं। इटली के कानून के मुताबिक यदि बलरुस्कोनी अपील करते हैं तो उनकी सजा पर रोक लग जाएगी।
इटली में किसी को सजा सुनाने से जुड़े दिशानिर्देश कहते हैं कि 75 साल से ज्यादा उम्र के दोषी को यदि दो साल से कम की सजा हुई है तो उसे जेल नहीं जाना होगा।
अरबपति मीडिया कारोबारी बलरुस्कोनी की उम्र 76 साल है। बलरुस्कोनी पर उस वक्त गोपनीयता कानूनों के उल्लंघन के आरोप लगे थे जब उनके ‘जियोरनेल’ अखबार ने साल 2005 में प्रतिलिपियां प्रकाशित की थी।
इसे साल 2006 के चुनावों से पहले सेंटर-लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य को बदनाम करने की कोशिश करार दिया गया था। लीक का मामला बीमा क्षेत्र की बड़ी कंपनी ‘यूनीपोल’ द्वारा बीएनएल बैंक के अधिग्रहण की कोशिश से जुड़ा था।
जिस अखबार ने प्रतिलिपि को प्रकाशित किया था उसके संपादक बलरुस्कोनी के भाई पाओलो हैं। पाओलो को दो साल तीन महीने जेल की सजा सुनाई गई है।
इसी महीने कर धोखाधड़ी के एक मामले और नाबालिग यौनकर्मी से शारीरिक संबंध कायम करने के लिए भुगतान करने के एक मामले में भी फैसला आने की उम्मीद है। बलरुस्कोनी ने जिस वक्त नाबालिग यौनकर्मी से कथित तौर पर संबंध कायम किया था उस वक्त वह प्रधानमंत्री थे।
पिछले साल बलरुस्कोनी को कर धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी करार दिया गया था। इसमें भी उन्हें एक साल जेल की सजा सुनाई गई थी। अपनी सजा के खिलाफ बलरुस्कोनी ने अपील दायर की थी जिस पर 23 मार्च के करीब फैसला आने की उम्मीद है।
कर धोखाधड़ी और एक नाबालिग महिला यौनकर्मी से यौन संबंध कायम करने के मामलों में भी आरोपी बलरुस्कोनी खुद को दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अपील कर सकते हैं। इटली के कानून के मुताबिक यदि बलरुस्कोनी अपील करते हैं तो उनकी सजा पर रोक लग जाएगी।
इटली में किसी को सजा सुनाने से जुड़े दिशानिर्देश कहते हैं कि 75 साल से ज्यादा उम्र के दोषी को यदि दो साल से कम की सजा हुई है तो उसे जेल नहीं जाना होगा।
अरबपति मीडिया कारोबारी बलरुस्कोनी की उम्र 76 साल है। बलरुस्कोनी पर उस वक्त गोपनीयता कानूनों के उल्लंघन के आरोप लगे थे जब उनके ‘जियोरनेल’ अखबार ने साल 2005 में प्रतिलिपियां प्रकाशित की थी।
इसे साल 2006 के चुनावों से पहले सेंटर-लेफ्ट डेमोक्रेटिक पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य को बदनाम करने की कोशिश करार दिया गया था। लीक का मामला बीमा क्षेत्र की बड़ी कंपनी ‘यूनीपोल’ द्वारा बीएनएल बैंक के अधिग्रहण की कोशिश से जुड़ा था।
जिस अखबार ने प्रतिलिपि को प्रकाशित किया था उसके संपादक बलरुस्कोनी के भाई पाओलो हैं। पाओलो को दो साल तीन महीने जेल की सजा सुनाई गई है।
इसी महीने कर धोखाधड़ी के एक मामले और नाबालिग यौनकर्मी से शारीरिक संबंध कायम करने के लिए भुगतान करने के एक मामले में भी फैसला आने की उम्मीद है। बलरुस्कोनी ने जिस वक्त नाबालिग यौनकर्मी से कथित तौर पर संबंध कायम किया था उस वक्त वह प्रधानमंत्री थे।
पिछले साल बलरुस्कोनी को कर धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी करार दिया गया था। इसमें भी उन्हें एक साल जेल की सजा सुनाई गई थी। अपनी सजा के खिलाफ बलरुस्कोनी ने अपील दायर की थी जिस पर 23 मार्च के करीब फैसला आने की उम्मीद है।
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