नई दिल्ली:
भारत के साथ वार्ता जारी रखने की वकालत करते हुए पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि दोनों देशों के बीच कश्मीर, सियाचिन और वीजा जैसे बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें सुलझाने की जरूरत है।
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक पाकिस्तान की बात है, पाकिस्तान चाहता है कि भारत के साथ सभी मुद्दों को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से सुलझा लिया जाए। इनमें कुछ राजनीतिक मुद्दे हैं, कश्मीर मुद्दा है और सियाचिन का मुद्दा है। ये बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें बातचीत के जरिये सुलझाने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि वीजा जैसे जनता से जुड़े भी मुद्दे हैं जिनका समाधान होना चाहिए।
बशीर ने कहा, ‘‘यह तभी हो सकता है जब दोनों पक्ष चाहें और राजनीतिक इच्छाशक्ति हो। दोनों देशों का एजेंडा पूरा है और दोनों देशों को वार्ता प्रक्रिया को आगे ले जाना चाहिए।’’
भारत ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय जवानों को मारे जाने और श्रीनगर में आत्मघाती हमले की घटनाओं के बाद द्विपक्षीय रिश्तों में बढ़ती खटास के मद्देनजर पाकिस्तानी नागरिकों को प्रस्तावित समूह पर्यटक वीजा सुविधा पर पिछले महीने रोक लगा दी थी।
सरकार ने नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बाद नई भारत-पाक वीजा सहमति के तहत वरिष्ठ नागरिकों के लिए आगमन पर वीजा की सुविधा पर 15 जनवरी को शुरू होने से पहले ही रोक लगा दी थी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कश्मीर में 8 जनवरी को भारतीय जवानों को बर्बर तरीके से मारे जाने जिसमें एक जवान का सिर काट दिया गया था, के बाद पाकिस्तान से और अधिक सकारात्मक माहौल बनाने को कहा था ताकि सामान्यीकरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।
सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को नेस्तानाबूद करने और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाने के मामले में उन्हें अभी तक कोई वास्तविक प्रगति नहीं दिखाई दी है।
अगली उच्चस्तरीय वार्ता की संभावना के सवाल पर बशीर ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वार्ता जारी रहेगी और हम दोनों देशों के बीच आगे बैठकों को लेकर आशान्वित हैं।’’
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सलमान बशीर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘जहां तक पाकिस्तान की बात है, पाकिस्तान चाहता है कि भारत के साथ सभी मुद्दों को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से सुलझा लिया जाए। इनमें कुछ राजनीतिक मुद्दे हैं, कश्मीर मुद्दा है और सियाचिन का मुद्दा है। ये बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे हैं जिन्हें बातचीत के जरिये सुलझाने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा कि वीजा जैसे जनता से जुड़े भी मुद्दे हैं जिनका समाधान होना चाहिए।
बशीर ने कहा, ‘‘यह तभी हो सकता है जब दोनों पक्ष चाहें और राजनीतिक इच्छाशक्ति हो। दोनों देशों का एजेंडा पूरा है और दोनों देशों को वार्ता प्रक्रिया को आगे ले जाना चाहिए।’’
भारत ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय जवानों को मारे जाने और श्रीनगर में आत्मघाती हमले की घटनाओं के बाद द्विपक्षीय रिश्तों में बढ़ती खटास के मद्देनजर पाकिस्तानी नागरिकों को प्रस्तावित समूह पर्यटक वीजा सुविधा पर पिछले महीने रोक लगा दी थी।
सरकार ने नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बाद नई भारत-पाक वीजा सहमति के तहत वरिष्ठ नागरिकों के लिए आगमन पर वीजा की सुविधा पर 15 जनवरी को शुरू होने से पहले ही रोक लगा दी थी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कश्मीर में 8 जनवरी को भारतीय जवानों को बर्बर तरीके से मारे जाने जिसमें एक जवान का सिर काट दिया गया था, के बाद पाकिस्तान से और अधिक सकारात्मक माहौल बनाने को कहा था ताकि सामान्यीकरण प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।
सिंह ने कहा था कि पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को नेस्तानाबूद करने और 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले को अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाने के मामले में उन्हें अभी तक कोई वास्तविक प्रगति नहीं दिखाई दी है।
अगली उच्चस्तरीय वार्ता की संभावना के सवाल पर बशीर ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वार्ता जारी रहेगी और हम दोनों देशों के बीच आगे बैठकों को लेकर आशान्वित हैं।’’
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