बांग्लादेश पुलिस ने 'ऑपरेशन डेविल हंट फेज-2' के तहत 24 घंटे में पूरे देश में कम से कम 663 लोगों को गिरफ्तार किया. बांग्लादेश पुलिस की ओर से यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था बहाल करने और गैर-कानूनी हथियार बरामद करने के लिए देश भर में शुरू की गई. स्थानीय मीडिया ने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी.
बांग्लादेश पुलिस हेडक्वार्टर के असिस्टेंट इंस्पेक्टर-जनरल (मीडिया और पब्लिक रिलेशन्स) एएचएम शहादत हुसैन ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि ऑपरेशन के पिछले 24 घंटों के दौरान 663 लोगों को कस्टडी में लिया गया और नौ हथियार बरामद किए गए.
बांग्लादेशी मीडिया ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के अलग-अलग जगहों पर पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. इसके तहत, 26,881 मोटरसाइकिल और 26,573 गाड़ियों की तलाशी ली गई। इस दौरान 342 गैर-कानूनी मोटरसाइकिल जब्त की गईं.
इससे पहले ऑपरेशन डेविल हंट फेज-2 के तहत बांग्लादेशी पुलिस ने देशभर से कम से कम 4,232 लोगों को गिरफ्तार किया था. इस सिलसिले में स्थानीय मीडिया की ओर से साझा जानकारी में कहा गया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने 13 दिसंबर को पूरे देश में 'ऑपरेशन डेविल हंट फेज-2' शुरू करने का फैसला किया.
इस ऑपरेशन को शुरू करने का मकसद फरवरी 2026 के चुनावों से पहले गैर-कानूनी हथियारों का इस्तेमाल करके होने वाली तोड़-फोड़ वाली गतिविधियों को रोकना है.
ढाका में पत्रकारों को संबोधित करते हुए, अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने कानून और व्यवस्था की स्थिति पर एक कोर कमेटी की बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की. यह बैठक इंकलाब मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी पर हमले के एक दिन बाद हुई थी.
'ऑपरेशन डेविल हंट' की शुरुआत इस साल 7 फरवरी को की गई थी. पूर्व लिबरेशन वॉर अफेयर्स मिनिस्टर एकेएम मोजम्मेल हक के घर पर 15-16 छात्रों पर हमला हुआ था. इसके बाद ही ऑपरेशन डेविल हंट को शुरू किया गया.
मानवाधिकार संगठन मंधाका संस्कृति फाउंडेशन (एमएसएफ) का हवाला देते हुए, प्रोथोम आलो ने बताया कि 8 फरवरी से 28 फरवरी तक पूरे बांग्लादेश में ऑपरेशन डेविल हंट में 11,313 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
रिपोर्ट में बताया गया कि गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग सत्ता से हटाई गई अवामी लीग सरकार के सदस्य थे. यूनुस की अंतरिम सरकार के तहत बांग्लादेश में हिंसा और बढ़ते राजनीतिक बदले की भावना में खतरनाक बढ़ोतरी देखी गई है. यूनुस के शासन में देश में अराजकता की स्थिति बनी हुई है.
पिछले महीने, अवामी लीग ने यूनुस सरकार पर देश के लोगों को अनिश्चित भविष्य की ओर धकेलने की साजिश करने का आरोप लगाया. अवामी लीग ने ये भी आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को जबरन जेल में बंद किया जा रहा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जेल में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ हत्या की साजिश रची जा रही है.
यूनुस सरकार की आलोचना करते हुए, पार्टी ने कहा कि जब से गैर-कानूनी कब्जा करने वालों ने सत्ता पर कब्जा किया है, देश भर में हत्या, रेप, चोरी, डकैती, लूटपाट और लूटपाट की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं