ढाका:
बांग्लादेश को संदेह है कि पुनर्गठित आतंकी संगठन जमात-उल मुजाहिदीन (जेएमबी) के दो शीर्ष नेता पड़ोसी देश भारत में छिपे हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक ढाका के एक कैफे में 1 जुलाई को हुए आतंकवादी हमले के लिए हथियार तथा वित्तीय मदद जुटाने के लिए दोनों आतंकी भारत गए थे.
जेएमबी नेताओं में से एक शरीफुल इस्लाम खालिद पर अप्रैल माह में एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर की हत्या का भी आरोप है.
डेली स्टार के मुताबिक, मामुनूर राशिद रिपोन उर्फ जहांगीर और खालिद अप्रैल में भारत के लिए निकले थे. इसके कुछ दिन पहले ही राजशाही यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर की हत्या हुई थी.
इस रिपोर्ट में पुलिस के आतंकवाद रोधी और सीमा पार अपराध रोधी (सीटीटीसी) प्रकोष्ठ के प्रमुख मोनिरूल इस्लाम के हवाले से कहा गया है, ‘‘रिपोन और खालिद अप्रैल में पड़ोसी देश चले गए थे और तभी से वे वहीं छिपे हुए हैं.’’ उनके मुताबिक बांग्लादेश ने भारत को सूचित किया है कि ये आतंकी संभवत: कोलकाता में छिपे हो सकते हैं.
एक अधिकारी का नाम लिए बगैर उसके हवाले से अखबार ने कहा है कि दोनों आतंकी संभवत: हथियारों की आपूर्ति सुनिश्चित करने भारत गए थे और इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल 1 जुलाई को होले आर्टिसन बेकरी में हमले में हुआ था. इस हमले में 22 लोग मारे गए थे जिनमें से ज्यादातर विदेशी थे. मृतकों में एक भारतीय लड़की भी थी.
एक अन्य अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘हमें कोलकाता के एक होटल का पता मिला है जहां वे भारत पहुंचने के बाद रुके थे. बाद में उन्होंने होटल छोड़ दिया था.’’ सीटीटीसी और पुलिस मुख्यालय का तीन सदस्यीय एक दल हाल ही में भारत गया था और वहां उसने आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबू अल मूसा अल बंगाली से पूछताछ की थी. उसके रिपोन और खालिद से संपर्क थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेएमबी नेताओं में से एक शरीफुल इस्लाम खालिद पर अप्रैल माह में एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर की हत्या का भी आरोप है.
डेली स्टार के मुताबिक, मामुनूर राशिद रिपोन उर्फ जहांगीर और खालिद अप्रैल में भारत के लिए निकले थे. इसके कुछ दिन पहले ही राजशाही यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर की हत्या हुई थी.
इस रिपोर्ट में पुलिस के आतंकवाद रोधी और सीमा पार अपराध रोधी (सीटीटीसी) प्रकोष्ठ के प्रमुख मोनिरूल इस्लाम के हवाले से कहा गया है, ‘‘रिपोन और खालिद अप्रैल में पड़ोसी देश चले गए थे और तभी से वे वहीं छिपे हुए हैं.’’ उनके मुताबिक बांग्लादेश ने भारत को सूचित किया है कि ये आतंकी संभवत: कोलकाता में छिपे हो सकते हैं.
एक अधिकारी का नाम लिए बगैर उसके हवाले से अखबार ने कहा है कि दोनों आतंकी संभवत: हथियारों की आपूर्ति सुनिश्चित करने भारत गए थे और इन्हीं हथियारों का इस्तेमाल 1 जुलाई को होले आर्टिसन बेकरी में हमले में हुआ था. इस हमले में 22 लोग मारे गए थे जिनमें से ज्यादातर विदेशी थे. मृतकों में एक भारतीय लड़की भी थी.
एक अन्य अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘हमें कोलकाता के एक होटल का पता मिला है जहां वे भारत पहुंचने के बाद रुके थे. बाद में उन्होंने होटल छोड़ दिया था.’’ सीटीटीसी और पुलिस मुख्यालय का तीन सदस्यीय एक दल हाल ही में भारत गया था और वहां उसने आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबू अल मूसा अल बंगाली से पूछताछ की थी. उसके रिपोन और खालिद से संपर्क थे.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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