मेलबर्न:
ऑस्ट्रेलिया में जूरी ने मंगलवार को 45 वर्षीय एक व्यक्ति को भारतीय मूल के तीन भाई-बहनों की हत्या का दोषी करार दिया। यह हत्या 21 अप्रैल 2003 में ब्रिसबेन में हुई थी।
वेबसाइट 'कूरियरमेल डॉट कॉम डॉट एयू' के अनुसार ब्रिसबेन के सर्वोच्च न्यायालय ने मैक्स सिका को 24 वर्षीय नीलिमा सिंह, 18 वर्षीय कुणाल सिंह एवं 12 वर्षीय सिद्धि सिंह की हत्या ब्रिजमैन डाउंस स्थित इनके घर में करने का दोषी पाया।
जब न्यायाधीश फैसला सुना रहे थे तब सिका ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। न्यायाधीश द्वारा अपनी सफाई में कुछ भी बोलने पर सिका ने कहा, "मैंने किसी की हत्या नहीं की है और क्वींसलैंड का न्यायतंत्र भ्रष्ट है।"
अदालत ने मृतकों के पिता विजय सिंह के अनुपस्थित रहने के कारण सजा नहीं सुनाई। यह सुनवाई 77 दिनों तक चली।
वेबसाइट 'कूरियरमेल डॉट कॉम डॉट एयू' के अनुसार ब्रिसबेन के सर्वोच्च न्यायालय ने मैक्स सिका को 24 वर्षीय नीलिमा सिंह, 18 वर्षीय कुणाल सिंह एवं 12 वर्षीय सिद्धि सिंह की हत्या ब्रिजमैन डाउंस स्थित इनके घर में करने का दोषी पाया।
जब न्यायाधीश फैसला सुना रहे थे तब सिका ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। न्यायाधीश द्वारा अपनी सफाई में कुछ भी बोलने पर सिका ने कहा, "मैंने किसी की हत्या नहीं की है और क्वींसलैंड का न्यायतंत्र भ्रष्ट है।"
अदालत ने मृतकों के पिता विजय सिंह के अनुपस्थित रहने के कारण सजा नहीं सुनाई। यह सुनवाई 77 दिनों तक चली।