त्रिपोली:
ओबामा प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि लीबियाई नेता गद्दाफी को सत्ता से हटना ही होगा, क्योंकि अमेरिका समर्थित नाटो बलों ने उसके गढ़ त्रिपोली में भीषण बमबारी की है। नाटो बलों ने आधी रात के बाद से त्रिपोली में कई हमले किए, जिससे कम से कम 20 विस्फोट हुए। मध्य त्रिपोली में कज्जाफी के बाम अल अजीजिया परिसर के आसपास से धुआं उठता नजर आया। अमेरिका के उप राष्ट्रीय सलाहकार बेन रोड्स ने चेतावनी दी कि हमले और तेज किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गद्दाफी के लिए जाना ही देशहित और जनता के हित में बेहतर विकल्प होगा।एएफपी की खबर के अनुसार, शक्तिशाली विस्फोटों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि 150 से भी ज्यादा घायल हुए हैं। सरकार के प्रवक्ता मूसा इब्राहिम ने संवाददाताओं को बताया कि नाटो ने सेना का समर्थन करने वाली पीपुल्स गार्ड के बैरकों पर 12 से 18 हमले किए। उन्होंने बताया कि हमले के ज्यादातर शिकार वे लोग हैं, जो आसपास के इलाकों में रहते हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग एक बजे देश के शासक मुअम्मर गद्दाफी के घर के पास से पांच शक्तिशाली विस्फोटों की आवाजें सुनाईं दीं। इसके बाद लगातार विस्फोटों की आवाज जारी रही। नाटो का अभियान शुरू होने के बाद से यह सबसे घातक हमला माना जा रहा है। अमेरिका ने सोमवार को गद्दाफी से देश छोड़ने की अपील की थी। गद्दाफी से लड़ रहे सुरक्षा बलों को और मजबूती देते हुए फ्रांस ने कहा था कि वह नाटो के हवाई अभियान के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराएगा। वहीं यूरोपीय संघ ने गद्दाफी पर प्रतिबंध और बढ़ा दिए हैं।
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