कैलाश मानसरोवर यात्रा की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे करीब 500 भारतीय तीर्थयात्री खराब मौसम के चलते नेपाल के पर्वतीय क्षेत्र हिलसा और सिमीकोट में फंस गए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस कारण उन्हें निकालने का अभियान भी प्रभावित हुआ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए नेपाल के विदेश सचिव, गृह सचिव, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, सैन्य अभियानों के महानिदेशक और पुलिस अधिकारियों से संपर्क में है।
उन्होंने बताया, ‘‘नेपाल पुलिस के मुताबिक हिलसा में करीब 250 तीर्थयात्री हैं और इतनी ही संख्या में सिमीकोट में हैं। आज सुरक्षित निकालने का अभियान शुरू किया गया लेकिन खराब मौसम के चलते यह प्रभावित हुआ। इस दौरान करीब 50 तीर्थयात्रियों को हिलसा से सिमीकोट ले जाया गया और करीब 100 लोगों को सिमीकोट से नेपालगंज ले जाया गया। उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हेलीकॉटर सीमित संख्या में ही उड़ान भर सके हैं।
स्वरूप ने बताया कि नेपाली अधिकारियों ने हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है जोकि मौसम की स्थिति पर निर्भर है। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। हालात तभी सामान्य होंगे जब निर्बाध रूप से नियमित उड़ान सेवाएं शुरू होंगी।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास प्रथम सचिव (दूतावास) प्रणव गणेश और सिमीकोट से एक कर्मचारी को हालात का जायजा लेने तथा टूर ऑपरेटरों एवं नेपाल सरकार की एजेंसियों से जमीनी स्तर पर तालमेल बिठाने के लिए तैनात कर रहा है। गौरतलब है कि हर साल हजारों की संख्या में भारतीय तीर्थयात्री चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास फंसे हुए भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए नेपाल के विदेश सचिव, गृह सचिव, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, सैन्य अभियानों के महानिदेशक और पुलिस अधिकारियों से संपर्क में है।
उन्होंने बताया, ‘‘नेपाल पुलिस के मुताबिक हिलसा में करीब 250 तीर्थयात्री हैं और इतनी ही संख्या में सिमीकोट में हैं। आज सुरक्षित निकालने का अभियान शुरू किया गया लेकिन खराब मौसम के चलते यह प्रभावित हुआ। इस दौरान करीब 50 तीर्थयात्रियों को हिलसा से सिमीकोट ले जाया गया और करीब 100 लोगों को सिमीकोट से नेपालगंज ले जाया गया। उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए हेलीकॉटर सीमित संख्या में ही उड़ान भर सके हैं।
स्वरूप ने बताया कि नेपाली अधिकारियों ने हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है जोकि मौसम की स्थिति पर निर्भर है। उन्होंने बताया कि आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। हालात तभी सामान्य होंगे जब निर्बाध रूप से नियमित उड़ान सेवाएं शुरू होंगी।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास प्रथम सचिव (दूतावास) प्रणव गणेश और सिमीकोट से एक कर्मचारी को हालात का जायजा लेने तथा टूर ऑपरेटरों एवं नेपाल सरकार की एजेंसियों से जमीनी स्तर पर तालमेल बिठाने के लिए तैनात कर रहा है। गौरतलब है कि हर साल हजारों की संख्या में भारतीय तीर्थयात्री चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाते हैं।
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