जी-20 सम्मेलन में भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
सेंट पीटर्सबर्ग:
भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि सीरिया में कोई भी कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र के तहत की जानी चाहिए। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पर उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन और अन्य नेताओं द्वारा सीरिया पर हमला नहीं करने का दबाव बढ़ाए जाने के बीच मनमोहन ने यह बात कही।
जी-20 नेताओं के गुरुवार रात हुए रात्रिभोज में सीरिया का मुद्दा छाया रहा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रथम दिन की चर्चा की समाप्ति पर इसकी (रात्रिभोज) मेजबानी की, जिसमें ओबामा भी शरीक हुए।
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यह विचार भी जाहिर किया कि विश्व समुदाय को सीरिया में रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल पर संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।
रात्रिभोज में शरीक हुए अहलूवालिया ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री ने जी-20 के अपने साथी नेताओं से यह भी कहा कि भारत रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की निंदा करता है, चाहे वह सीरिया में हो या दुनिया में कहीं और हो।
जी-20 नेताओं के गुरुवार रात हुए रात्रिभोज में सीरिया का मुद्दा छाया रहा। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रथम दिन की चर्चा की समाप्ति पर इसकी (रात्रिभोज) मेजबानी की, जिसमें ओबामा भी शरीक हुए।
योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने बताया कि प्रधानमंत्री ने यह विचार भी जाहिर किया कि विश्व समुदाय को सीरिया में रासायनिक हथियारों के कथित इस्तेमाल पर संयुक्त राष्ट्र निरीक्षकों की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।
रात्रिभोज में शरीक हुए अहलूवालिया ने संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री ने जी-20 के अपने साथी नेताओं से यह भी कहा कि भारत रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की निंदा करता है, चाहे वह सीरिया में हो या दुनिया में कहीं और हो।
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