
पेशावर में बुधवार देर रात कथित तौर पर पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने और सार्वजनिक संपत्ति को क्षतिग्रस्त करने के लिए 31 अफगान शरणार्थियों को गिरफ्तार किया गया. टाउन पुलिस थाने में दर्ज एक प्राथमिकी के अनुसार, कुछ अफगान शरणार्थियों ने अफगानिस्तान में तालिबानी शासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए हयाताबाद के बाब-ए-पेशावर में विश्वविद्यालय की मुख्य सड़क को अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया.
पुलिस भीड़ को खदेड़ने के लिए प्रदर्शन स्थल पहुंची लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव कर दिया और इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि आठ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. विश्वविद्यालय सड़क पर एक अन्य प्रदर्शन में शामिल 23 अफगान शरणार्थियों को भी गिरफ्तार किया गया. प्राथमिकी के अनुसार उन पर प्रांत में नस्ल, जातीयता और संस्कृति के आधार पर नफरत फैलाने का आरोप है.
गौरलतब है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां हालात खराब है. काबुल एयरपोर्ट की तस्वीरों ने तो दुनिया को और स्तब्ध कर दिया, जब कुछ लोग अमेरिकी विमान के पंख पर ही बैठ गए और बहुत से मारे गए. लोगों को डर है कि तालिबान का शासन आने के बाद हालात खराब हो जाएंगे. इसलिए यहां के लोगों में अफरातफरी का माहौल है.
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