चीन पर लगाम लगाने के लिए अब अमेरिका लगातार रोज नए कदम उठा रहा है. पहले तो उसने दक्षिणी चीन सागर में अपनी नेवी के दो जहाज उतार दिए अब उसने उइगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन के 'कान उमेठेगा' अमेरिका, तरीका अपनाया भारत वाला मुसलमानों के साथ हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठा दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टगस ने एक ट्वीट किया है जिसमें अमेरिका सरकार की ओर से एक दिशा-निर्देश जारी किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगया है कि चीन में बन रहे तमाम सामान गुलाम मजदूरों का शोषण करके बनवाया जा रहा है. इसलिए सभी अमेरिका में सभी बिजनेसों से इस सप्लाई चेन को तोड़ देना चाहिए ताकि यह पक्का हो सके कि हम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी केउइगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन के 'कान उमेठेगा' अमेरिका, तरीका अपनाया भारत वाला मुसलमानों के मानवाधिकार हनन से हम लाभ न लें. अमेरिका की ओर से जारी की गई इस एडवाइजरी का मतलब एक तरह से चीन में बने उत्पादों के बहिष्कार की पहली किश्त के तौर पर देखी जा रही है.
वहीं मॉर्गन ऑर्टगस ने सरकारी वेबसाइट का एक लिंक भी शेयर किया है जिसमें इससे संबंधित व्यापक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. जिसमें ऐसी सप्लाई चेन जो मानवाधिकारों या जबरन श्रम कराने में शामिल हैं, का जिक्र किया गया है. इस दिशा-निर्देश में चीन के उइगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन के 'कान उमेठेगा' अमेरिका, तरीका अपनाया भारत वाला मुसलामानों वाले राज्य शिनज़ियांग प्रांत का भी जिक्र किया गया है. इसमें कहा गया है कि इसमें उस चीन की सरकार के उस सर्विलांस सिस्टम का भी जिक्र किया गया है जिससे वहां के मुसलमानों पर नजर रखी जा रही है.
Many products made in China are made by slave labor. Every business should scrub its supply chain to ensure it's not profiting from the Chinese Communist Party's human rights abuse of Uyghurs in Xinjiang. Read more: https://t.co/CWgCh8wCAp. pic.twitter.com/u0zPWysv0y
— Morgan Ortagus (@statedeptspox) July 6, 2020
दिशा निर्देश में कहा गया है कि चीन की सरकार शिनज़ियांग में उइगर मुसलमानों के मुद्दे पर चीन के 'कान उमेठेगा' अमेरिका, तरीका अपनाया भारत वाला, कजाख, कुर्दों और दूसरे मुस्लिम समुदायों के खिलाफ अत्याचार का अभियान छेड़ रखा है. इसलिए ऐसी कंपनियां जो मानवाधिकारों के हनन में साझीदार हैं उनको लेकर सलाह दी जारी की गई है और इनसे किसी भी तरह से संबंधों से बचने के लिए कहा गया है. गौरतलब है कि चीन के खिलाफ इस समय पूरी दुनिया में गुस्सा बढ़ता जा रहा है और गलवान में की गई उसकी हरकतों के बाद से भारत में चीन के बने उत्पादों के बहिष्कार का माहौल बढ़ता जा रहा है. भारत सरकार ने जहां पर टिकटॉक सहित कई चीन के ऐपों को बंद कर दिया है तो कई ठेकों से भी चीन की कंपनियों को बाहर कर दिया गया है. अमेरिका ने सीधे तौर पर न तो नहीं लेकिन एक तरह कुछ वैसा ही कदम उठाया है. ताकि चीन से आ रहे सप्लाई चेन को तोड़ा जा सके.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं