अमेरिका के एक शीर्ष जनरल ने कहा कि वॉशिंगटन को पाकिस्तान के साथ मजबूत संबंध बनाए रखने की आवश्यकता है.
यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस महीने के अंत में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच व्हाइट हाउस में मुलाकात होनी है.
‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टॉफ' के अध्यक्ष के तौर पर नामित जनरल मार्क ए. मिल्ले ने इस पद के लिए उनके नाम की पुष्टि संबंधी सुनवाई में सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के समक्ष लिखित प्रश्नों के उत्तर में कहा, ‘‘ भले ही, हमने सुरक्षा सहायता और बड़ी रक्षा वार्ताओं को रोक दिया है, लेकिन हमें हमारे साझा हितों के आधार पर मजबूत सैन्य संबंध बनाए रखने की आवश्यकता है.''
उइगर मुस्लिमों को हिरासत में लेने पर चीन की सफाई, कहा - कट्टरपंथ से मुक्त करना मकसद
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प की दक्षिण एशिया रणनीति अमेरिकी हितों को हासिल करने में पाकिस्तान को एक अहम सहयोगी मानती है. अलकायदा या आईएसआईएस से निपटने में और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ाने में पाकिस्तान अहम सहयोगी है.
जम्मू-कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को भारत ने झूठी और दुर्भावना से प्रेरित बताया
उन्होंने कहा, ‘‘ यदि अध्यक्ष के तौर पर मेरे नाम की पुष्टि होती है तो मेरा उद्देश्य अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रक्षा संबंधों को बरकरार रखना होगा और हम पाकिस्तान पर अमेरिका के अनुरोधों के अनुसार काम करने का दबाव बनाएंगे.''
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से सुलह के समर्थन में सकारात्मक योगदान दिया है.
इनपुट - भाषा
VIDEO: भारत-पाकिस्तान के बीच टेंशन में अब आगे क्या होगा?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं