इटली के अपूलीय में हो रहे ग्लोबल साउथ के जी-7 शिखर सम्मेलन (G-7 Summit) में भारत, अमेरिका, कनाडा जैसे कई देश आमने सामने होंगे. पीएम नरेंद्र मोदी की इटली में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मुलाकात हो सकती है. इस दौरान एक बार फिर से खालिस्तानी आतंकी गुरुपवंत पन्नू (Khalistani Gurapwant Pannu) का मुद्दा गरमा सकता है. माना जा रहा है कि अमेरिका पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश वाला मुद्दा इटली में भी उठा सकता है, लेकिन भारत भी इसका जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. भारत लगातार मामले की जांच कर रहा है. पन्नू के मुद्दे को जी-7 के मंच पर उठाए जाने की बात व्हाइट हाउस की तरफ से कही गई है. व्हाइट हाउस का कहना है कि यह दोनों देशों के बीच जारी बातचीत का मुद्दा होगा, इसमें बहुत ही सीनियर लेवल भी शामिल है.
G-7 में उठ सकता है पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश का मुद्दा
पिछले साल भारत में हुए जी-20 सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी के आवास पर डिनर में शामिल होने के बाद ये पहली बार है, जब नेता एक बार फिर से मिलेंगे. इटली में औपचारिक द्विपक्षीय बैठक हो सकती है. लेकिन ये भी संभव है कि शेड्यूल की कमी की वजह से नेताओं को बैठक से दूर रहना पड़े. जी-7 समिट में पीएम मोदी का शड्यूल भी काफी बिजी रहेगा. पीएम मोदी की फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, जापान के पीएम फुमियो किशिदा, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और इटली पीएम जियोर्जिया मेलोनी के साथ बैठकें पहले ही तय हैं. पीएम मोदी की मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से भी हो सकती है.
अमेरिका को जवाब देने के लिए भारत भी तैयार
जी-7 में अमेरिका पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश का मुद्दा जरूर उठाएगा. अमेरिका ने इस बात का संकेत पहले ही दे दिया है. एयर फ़ोर्स वन में पत्रकारों से बात करते हुए, अमेरिकी NSA जेक सुलिवन ने कहा कि गुरुपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश अमेरिका और भारत के बीच बातचीत का एक जारी विषय होगा. राजनयिक सूत्रों ने भी मोदी-बाइडेन की बैठक में इस मुद्दे के उठने की संभावना से इनकार नहीं किया है. भारत भी जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है.
अमेरिका का भारत पर गंभीर आरोप
जो बाइडेन ने इस मुद्दे को पिछले साल सितंबर में भी पीएम मोदी के सामने उठाया था. अब जेक सुलिवन खुद उस जांच में प्रगति या कमी पर भारत के साथ चर्चा कर सकते हैं. दरअसल जेक सुलविन अगले हफ्ते, 18 जून को भारत आने वाले हैं. इस दौरान भी यह मुद्दा एक बार फिर से उठने की संभावना है. हालांकि अब तक उनकी यात्रा की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. बता दें कि अमेरिका का आरोप है कि पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश मामले में भारत की भूमिका है. वहीं भारत मामले की जांच कर रहा है. जांच के लिए एक समिति भी गठित की गई है.
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