अमेरिका में इन दिनों कई टीचर ऑनलाइन उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं. जिससे टीचर्स के अंदर टिकटॉक को लेकर काफी खौफ पैदा हो गया है. दरअसल टीचर्स से नाराज कई छात्र उनसे बदला लेने के लिए टिकटॉक का सहारा ले रहे हैं और उनका नकली अकाउंट बनाकर उन्हें परेशान कर रहे हैं. फरवरी में, पेंसिल्वेनिया के मालवर्न में ग्रेट वैली मिडिल स्कूल में एक स्पेनिश शिक्षिका पैट्रिस मोट्ज़ टिकटॉक हमले का शिकार हुईं. पैट्रिस मोट्ज़ को दूर-दूर तक अंदाजा भी नहीं था कि उनसे बदला लेने के कुछ बच्चों ने उनका एक नकली टिकटॉक अकाउंट बनाया है और उनकी फोटो अपलोड की है.
स्कूल में आठवीं कक्षा के कुछ छात्रों ने उनके नाम से नकली TikTok अकाउंट बनाया था. मोट्ज़, जिन्होंने कभी TikTok का इस्तेमाल नहीं किया था, उनका अकाउंट @patrice.motz के नाम से बनाया गया. जिसमें उनके पति और उनके छोटे बच्चों के साथ समुद्र तट पर उनकी एक असली तस्वीर पोस्ट भी की गई थी. साथ में लिखा गया “क्या आपको बच्चों को छूना पसंद है?” जिसपर एक ने जवाब दिया- हाँ.”
इसके कुछ दिनों के बाद, 20 शिक्षकों - स्कूल के लगभग एक चौथाई स्टाफ ने पाया कि वे नकली TikTok अकाउंट के शिकार हुए हैं. इनके अकाउंट पीडोफिलिया इन्युएन्डो, नस्लवादी मीम्स, होमोफोबिया और मनगढ़ंत यौन संबंधों से भरे हुए थे. इन फर्जी खातों को सैकड़ों छात्रों ने फॉलो भी करना शुरू कर दिया. साथ ही उनपर टिप्पणी भी की.
शिक्षकों के अंदर बैठा डर
जांच में आठवीं कक्षा के कुछ छात्रों के नाम सामने आए, जिन्हें प्रिंसिपल ने निलंबित कर दिया. ऑनलाइन उत्पीड़न का शिकार हुई मोट्ज़ ने कहा कि ये यह बहुत ख़राब था, उन्होंने सोचा नहीं था कि छात्र इतनी लापरवाही से शिक्षकों के परिवारों के साथ बर्बरता करेंगे. ऑनलाइन उत्पीड़न के शिकार हुए कुछ शिक्षक कक्षा में परेशान करने वाले विद्यार्थियों को अब कुछ भी बोलने से झिझक रहे हैं.
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