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This Article is From Sep 20, 2023

"कनाडा के आरोप बेहद गंभीर, भारत से सहयोग करने की अपील" : अमेरिकी अधिकारी

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से राष्ट्रपति (जो बाइडन) इन गंभीर आरोपों के प्रति सचेत हैं तथा ये बहुत ही गंभीर आरोप हैं."

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"कनाडा के आरोप बेहद गंभीर, भारत से सहयोग करने की अपील" : अमेरिकी अधिकारी
नई दिल्ली:

अमेरिका (America) के एक शीर्ष अधिकारी ने सिख अलगाववादी नेता (Sikh separatist leader) की हत्या में भारत की कथित संलिप्तता के बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को ''अत्यंत गंभीर'' करार देते हुए कहा कि वाशिंगटन इस मामले की जांच के ओटावा के प्रयासों का समर्थन करता है और साथ ही नयी दिल्ली से इसमें सहयोग करने की अपील करता है. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से राष्ट्रपति (जो बाइडन) इन गंभीर आरोपों के प्रति सचेत हैं तथा ये बहुत ही गंभीर आरोप हैं. और हम इसकी जांच के लिए कनाडा के प्रयासों का समर्थन करते हैं.''

जॉन किर्बी ने सीएनएन को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा, ‘‘हमारा मानना है कि इस सिलसिले में पूरी तरह से पारदर्शी व्यापक जांच सही दृष्टिकोण है, ताकि हम सब जान सकें कि वास्तव में क्या हुआ था और निश्चित रूप से, हम भारत को इसमें सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.'' उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस जांच की शुचिता को बनाए रखने के लिए यहां जो कुछ भी कहता हूं उसके बारे में सावधान रहूंगा और अंतर्निहित जानकारी के बारे में बात करने के लिए इसे कनाडा पर छोड़ दूंगा, वे और क्या जानने की कोशिश कर रहे हैं. हम उस प्रक्रिया और उनकी जांच का सम्मान करना चाहते हैं.''

इन आरोपों के परिणामों के बारे में पूछे जाने पर किर्बी ने कहा, ‘‘एक सक्रिय जांच चल रही है. हमारा मानना है कि इसे पूरी तरह से पारदर्शी, व्यापक होना चाहिए. हम जानते हैं कि कनाडा के अधिकारी इस दिशा में काम करेंगे.'' सीबीएस न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में किर्बी ने कहा, ‘‘ये आरोप गंभीर हैं और हम जानते हैं कि कनाडा के अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं. हम निश्चित रूप से उस जांच से आगे नहीं बढ़ना चाहते हैं.''

उन्होंने कहा कि भारत से अमेरिका इस मामले की जांच में सहयोग करने की अपील करता है. गौरतलब है कि प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के प्रमुख और भारत में सर्वाधिक वांछित आतंकवादियों में शामिल निज्जर (45) की दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गत 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी. ट्रूडो ने सोमवार को संसद में कहा था कि कनाडा की खुफिया एजेंसियां खालिस्तान समर्थक सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार का हाथ होने के आरोपों की जांच कर रही हैं.

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(Except for the headline, this story has not been edited by NDTV staff and is published from a press release)

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