इन अमेनस (अल्जीरिया):
अल्जीरिया में सैनिकों ने बंधक संकट को खत्म करने के लिए एक गैस संयंत्र पर हमला किया, जिसमें 23 विदेशी एवं अल्जीरियाई नागरिकों की मौत हो गई।
इनमें से सात बंधकों की हत्या उन्हें बंधक बनाकर रखने वाले अलकायदा से जुड़े इस्लामी अपहर्ताओं ने की। इनका नेतृत्व मोखातर बेलमोखतार नाम का अलकायदा का पूर्व कमांडर कर रहा था। गृह मंत्रालय ने कहा कि इस घेराबंदी वाले अभियान के दौरान 21 बंधकों की मौत हो गई।
यह बंधक संकट बुधवार को शुरू हुआ, जब इन बंदूकधारियों ने सहारा रेगिस्तान स्थित इस गैस संयंत्र पर हमला किया। अपहर्ताओं ने यहां हमला करने से पहले बस में दो लोगों की हत्या कर दी थी। मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान 32 अपहर्ता भी मारे गए और विशेष बलों ने अल्जीरिया के 685 कामगारों एवं 107 विदेशी नागरिकों को मुक्त कराया। इस अभियान के दौरान जिन विदेशी लोगों की मौत हुई, उनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रोमानिया और जापान के नागरिक शामिल हैं।
गुरुवार को अल्जीरियाई बलों की ओर से शुरू किए गए अभियान के बाद अधिकतर बंधकों को मुक्त करा लिया गया। सेना के इस कदम की काफी आलोचना हुई, लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद और अमेरिका के रक्षामंत्री लिओन पेनेटा ने अल्जीरिया पर आरोप लगाने से इनकार कर दिया। ओलोंद ने कहा कि अल्जीरिया सरकार की प्रतिक्रिया सर्वाधिक उपयुक्त थी, क्योंकि वह बंधकों को मारने पर उतारू आतंकियों से निपट रही थी।
ब्रिटेन के रक्षामंत्री फिलिप हम्मूद ने लोगों की हत्या के लिए पूरी तरह आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया। ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि इस हमले में ब्रिटेन के छह नागरिक और एक निवासी की मौत हो गई या वे लापता हुए हैं। जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो अबे ने कहा कि उन्हें अपने देश के लगभग 10 नागरिकों के लापता होने की खबर मिली है।
इनमें से सात बंधकों की हत्या उन्हें बंधक बनाकर रखने वाले अलकायदा से जुड़े इस्लामी अपहर्ताओं ने की। इनका नेतृत्व मोखातर बेलमोखतार नाम का अलकायदा का पूर्व कमांडर कर रहा था। गृह मंत्रालय ने कहा कि इस घेराबंदी वाले अभियान के दौरान 21 बंधकों की मौत हो गई।
यह बंधक संकट बुधवार को शुरू हुआ, जब इन बंदूकधारियों ने सहारा रेगिस्तान स्थित इस गैस संयंत्र पर हमला किया। अपहर्ताओं ने यहां हमला करने से पहले बस में दो लोगों की हत्या कर दी थी। मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान 32 अपहर्ता भी मारे गए और विशेष बलों ने अल्जीरिया के 685 कामगारों एवं 107 विदेशी नागरिकों को मुक्त कराया। इस अभियान के दौरान जिन विदेशी लोगों की मौत हुई, उनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, रोमानिया और जापान के नागरिक शामिल हैं।
गुरुवार को अल्जीरियाई बलों की ओर से शुरू किए गए अभियान के बाद अधिकतर बंधकों को मुक्त करा लिया गया। सेना के इस कदम की काफी आलोचना हुई, लेकिन फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद और अमेरिका के रक्षामंत्री लिओन पेनेटा ने अल्जीरिया पर आरोप लगाने से इनकार कर दिया। ओलोंद ने कहा कि अल्जीरिया सरकार की प्रतिक्रिया सर्वाधिक उपयुक्त थी, क्योंकि वह बंधकों को मारने पर उतारू आतंकियों से निपट रही थी।
ब्रिटेन के रक्षामंत्री फिलिप हम्मूद ने लोगों की हत्या के लिए पूरी तरह आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया। ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि इस हमले में ब्रिटेन के छह नागरिक और एक निवासी की मौत हो गई या वे लापता हुए हैं। जापान के प्रधानमंत्री शिन्जो अबे ने कहा कि उन्हें अपने देश के लगभग 10 नागरिकों के लापता होने की खबर मिली है।
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