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This Article is From Oct 26, 2023

अल जजीरा का पत्रकार करता रहा युद्ध कवरेज, उधर इजरायल की बमबारी में खत्म हो गया परिवार

इजरायल-गाजा युद्ध (Israel Gaza War) में अपने परिवार को खोने वाले अल जजीरा के पत्रकार ने नेटवर्क से बातचीत में कहा कि महिलाओं और बच्चों के ख़िलाफ़ एक बड़ी त्रासदी हो रही है, यह किसी आपदा से कम नहीं है.

नई दिल्ली:

इजरायल-गाजा युद्ध (Israel Gaza War) में हजारों लोगों की जान अब तक जा चुकी है और न जाने कितने परिवार पूरी तरह तबाह हो चुके हैं. अल जजीरा के पत्रकार वाएल अल दहदौह का परिवार भी इस युद्ध की भेंट चढ़ गया. गाजा पर इजरायली हवाई हमले में पत्रकार की पत्नी, और बेटा, बेटी समेत चार सदस्यों की मौत हो गई. बुधवार को यह जानकारी नेटवर्क की तरफ से दी गई. उन्होंने नेटवर्क से बातचीत में कहा कि महिलाओं और बच्चों के ख़िलाफ़ एक बड़ी त्रासदी हो रही है, यह किसी आपदा से कम नहीं है.

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पत्रकार वाएल अल दहदौह ने कहा," बड़ी संख्या में लोगों के घरों पर बमबारी की जा रही है. हालांकि, यह इजरायली कब्जे का रिवाज है लेकिन दिन आखिर में हम इस जगह पर हैं. यह हमारी नियति है... यह हमारी पसंद और हमारा धैर्य है... और हम इस रास्ते से नहीं हटेंगे." 53 साल के दाहदौह अल जजीरा के जाने-माने पत्रकार हैं, वह इजरायल-गाजा युद्ध संघर्ष को कवर कर रहे थे. जब उनको अपनी पत्नी और बच्चों की मौत की खबर मिली तो उस समय वह गाजा में युद्ध की लाइव फोटोज को ब्रॉडकास्ट कर रहे थे. पत्नी और बच्चों की मौत की खबर सुनते ही वह पूरी तरह से हिल गए. 

मोर्चरी में बिलखते रहा अल जजीरा का पत्रकार

कतर ब्रॉडकास्टर ने बाद में फिलिस्तीन के दीर अल-बाला में अल-अक्सा शहीद अस्पताल की मोर्चरी में बिलखते हुए पत्रकार दाहदौह की तस्वीरें जारी कीं, जिसमें वह अपने 15 साल के बेटे, सात साल की बेटी और दो साल के पोते को आंसू भरी आंखों से निहार रहे हैं. वहीं परिवार के अन्य सदस्य हमले के दौरान वहां से भागने में सफल हो गए, परिवार के अन्य सदस्य भी वहां से भाग निकले, लेकिन अब तक उनका कुछ अता-पता नहीं है. ये दावा अल जजीरा की रिपोर्ट में किया गया है.

शरणार्थी शिविर में रह रहा था पत्रकार का परिवार

पत्रकार दहदौह का परिवार गाजा के उन परिवारों में शामिल था, जो इजरायल के युद्ध की वजह से विस्थापित हुए हैं.  ब्रॉडकास्टर ने बताया कि पत्रकार दहदौह का परिवार गाजा शहर को खाली करने के बाद एक अस्थायी घर में रह रहा था. इजरायल ने हमास पर अपने हमले तेज करते हुए गाजा के लोगों को दक्षिण की तरफ जाने की चेतावनी दी थी.अल जजीरा के पत्रकार का परिवार कथित तौर पर मध्य गाजा में UN द्वारा मान्यता प्राप्त नुसीरत शरणार्थी शिविर में रह रहा था.

'सुरक्षित क्षेत्र' में भी खत्म हो गया पत्रकार का परिवार

इजरायली सेना के मुताबिक यह "सुरक्षित क्षेत्र" है. हालांकि  तेल अवीव ने इस क्षेत्र और दक्षिणी गाजा के अन्य क्षेत्रों पर सैन्य हमले जारी रखे हैं, जिससे विस्थापितों के बीच डर का माहौल है. वे सभी यहां भी उतने ही असुरक्षित हैं जितने उत्तरी गाजा में अपने घरों में थे.इजरायली सेना की तरफ से अब तक इन मौतों पर कोई भी टिप्पणी नहीं की गई है.

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