अमेरिका ने बुधवार को कहा कि एअर इंडिया और बोइंग का वाणिज्यिक विमान समझौता भारत और अमेरिका के बीच पहले से ही मजबूत संबंधों को और गहरा करने का अवसर प्रदान करता है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यह साझा हितों, साझा मूल्यों, हमारे साझा आर्थिक संबंधों पर आधारित पहले से मजबूत संबंधों को और गहरा करने का अवसर है. बोइंग और एअर इंडिया के बीच समझौते की कल हुई घोषणा के बाद ये संबंध और गहरे हुए हैं.''
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस' की एक घोषणा के अनुसार, बोइंग और एअर इंडिया के बीच एक सहमति बनी है, जिसके तहत एअर इंडिया बोइंग से 34 अरब डॉलर में 220 विमान खरीदेगी. इनमें 190 बी737 मैक्स 20 बी787, और 10 बी777एक्स शामिल हैं. समझौते के तहत 70 और विमान खरीदने का विकल्प होगा जिससे कुल लेन-देन मूल्य 45.9 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि यह समझौता अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख नौकरियां पैदा करेगा. प्राइस ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हमने इसकी शुरुआत की है. यह न केवल अमेरिकी अर्थव्यवस्था और इस देश के कर्मचारियों के लिए एक अवसर है, बल्कि यह भारत के लोगों के लिए भी एक मौका है.''
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में वाणिज्यिक कूटनीति के जरिए विश्व के अन्य देशों के साथ अपने आर्थिक संबंधों को गहरा करने के लिए ऐसे ठोस एवं व्यावहारिक तरीके खोजने की कोशिश कर रहा है, जिनसे यहां अमेरिकियों को लाभ हो.''
प्राइस ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि बोइंग और एअर इंडिया के बीच कल जिस समझौते की घोषणा की गई, वह इसका एक ज्वलंत उदाहरण है. इससे यहां नौकरियां पैदा होंगी, भारत में अवसर पैदा होंगे तथा यह समझौता इस साझेदारी को और गहरा करने का अवसर प्रदान करता है.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं