नई दिल्ली:
भारत ने मंगलवार को दक्षिण एशिया के सभी देशों से अफगानिस्तान के विकास एवं शांति प्रक्रिया में सहयोग करने का अनुरोध किया। भारत ने कहा कि आंतकवाद से काबुल को 'काफी नुकसान' पहुंचा है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ एक महत्वपूर्ण सामरिक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि अफगानिस्तान पर इस साल प्रस्तावित अंतरराष्ट्रीय बैठक में भारत शरीक होगा। द्विपक्षीय करारों पर हस्ताक्षर करने के बाद करजई के साथ मौजूद मनमोहन सिंह ने कहा, "क्षेत्र के सभी देशों को अफगानिस्तान के लिए शांति प्रक्रिया के कार्यो में अवश्य मदद करनी चाहिए।" उन्होंने कहा, "अफगान लोगों के नेतृत्व में एक समाधान हासिल करने के लिए भारत अफगानिस्तान के साथ खड़ा होगा।" ज्ञात हो कि करजई अपनी दो दिनों की भारत यात्रा पर हैं। इसके पहले दोनों देशों ने एक महत्वपूर्ण सामरिक सहयोग समझौते के अलावा खनन एवं हाइड्रोकार्बन से सम्बंधित दो सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए।
This Article is From Oct 05, 2011