इस्लामी मिलिशिया ने एक स्पीडबोट (तीव्र नौका) का प्रयोग कर लीबिया के कुछ मुख्य तेल टर्मिनल पर कब्जा करने का असफल प्रयास किया, जिसमें कम से कम 22 सैनिक मारे गए हैं।
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि बेनगाजी के पूर्वी शहर स्थित तेल बहुल क्षेत्र में सरकार समर्थित सैन्य बलों की पकड़ ढीली पड़ने के कारण में इस्लामी मिलिशिया ने यह आक्रमण किया। गुरुवार को जिहादियों ने छह लोगों का सिर कलम कर दिया था और 14 अन्य को मौत के घाट उतार दिया था।
सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि ‘फज्र लीबिया’ या ‘लिबिया डॉन’ से संबंधित मिलिशिया ने अल सिद्रा में स्पीडबोट से रॉकेट के जरिये हमला कर तेल टैंक में आग लगा दी।
क्षेत्र के सुरक्षा प्रवक्ता अली अल-हसी ने बताया, इन स्पीडबोट से रास लानुफ और अल-सिद्रा के टर्मिनल पर कई रॉकेट दागे गए। अल-सिद्रा क्षेत्र के दक्षिण में स्थित एक टैंक इनमें से एक का निशाना बना, जिसके कारण उसमें आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमला देर रात किया गया और जलते तेल के टैंक से धुंआ उठता देखा गया।
सैन्य और चिकित्सा सूत्रों ने बताया कि सिरते में 18 सैनिक और एक फज्र लिबिया लड़ाका और अन्य चार सैनिक अल-सिद्रा में मारे गए।
सूत्रों ने बताया कि मरने वाले ज्यादातर सैनिक 136वीं बटालियन से थे। सिरते के पश्चिम में स्थित पावर प्लांट की निगरानी की जिम्मेदारी इसी बटालियन की है।
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