
पाकिस्तान में तैनात सुरक्षाकर्मी (फाइल फोटो)
- अलग-अलग अधिकारियों ने घटना का अलग-अलग कारण बताया है
- घटना कल आधी रात के समय की.
- दरगाह की देखरेख करने वालों ने जायरीनों को पहले कोई नशीली दवा दी
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लाहौर:
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में एक दरगाह के मानसिक रूप से बीमार गद्दीनशीं और उसके सहयोगियों ने एक परिवार के छह सदस्यों सहित कम से कम 20 लोगों की कथित तौर पर हत्या कर दी.
उपायुक्त लियाकत अली चठा ने बताया कि घटना कल लगभग आधी रात के समय लाहौर से करीब 200 किलोमीटर दूर सरगोधा जिले के एक गांव में मुहम्मद अली गुज्जर की दरगाह पर हुई. उन्होंने बताया कि दरगाह का गद्दीनशीं अब्दुल वहीद गंभीर मानसिक विकार से पीड़ित था. चठा ने कहा कि दरगाह की देखरेख करने वालों ने जायरीन को पहले कोई नशीली दवा पिलाई और फिर तीन महिलाओं सहित 20 लोगों को छुरा घोंपकर तथा डंडों से पीटकर मौत के घाट उतार दिया.
पुलिस अधिकारी मजहर शाह ने कहा कि अपराध के पीछे का इरादा अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि संदिग्ध पिछले दो साल से अपने शागिर्दों के साथ इलाके में ‘आध्यात्मिक सत्र’ के लिए आया करता था.
चठा ने कहा, ‘‘हमने दरगाह की देखरेख करने वालों..वहीद और यूसुफ सहित पांच लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.’’ घटना में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हुए हैं जिन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत गंभीर बताई जाती है.
चठा ने कहा कि लोग इस दरगाह पर अपने पाप ‘‘धोने’’ के लिए आते हैं और दरगाह की देखरेख करने वालों को अपनी पिटाई करने की इजाजत देते हैं. ‘‘लेकिन इस मामले में पाप धोने की प्रक्रिया के दौरान जायरीन को पहले नशीली दवा दी गई और छुरा घोंपा गया तथा डंडों से पिटाई की गई.’’ वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बिलाल इफ्तिखार के अनुसार एक घायल व्यक्ति ने बताया कि दरगाह के कब्जे को लेकर देखरेख करने वालों के दो गुटों में संघर्ष हो गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस घटना में एक परिवार के छह सदस्यों सहित दोनों गुटों के 20 लोग मारे गए हैं. इफ्तिखार ने कहा, ‘‘हमने इस घटना की सभी पहलुओं से जांच शुरू कर दी है.’’ घटना के तुरंत बाद दरगाह पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान छेड़ दिया गया. सरगोधा में अस्पतालों में आपातकलीन स्थिति की घोषणा कर दी गई है.
उपायुक्त लियाकत अली चठा ने बताया कि घटना कल लगभग आधी रात के समय लाहौर से करीब 200 किलोमीटर दूर सरगोधा जिले के एक गांव में मुहम्मद अली गुज्जर की दरगाह पर हुई. उन्होंने बताया कि दरगाह का गद्दीनशीं अब्दुल वहीद गंभीर मानसिक विकार से पीड़ित था. चठा ने कहा कि दरगाह की देखरेख करने वालों ने जायरीन को पहले कोई नशीली दवा पिलाई और फिर तीन महिलाओं सहित 20 लोगों को छुरा घोंपकर तथा डंडों से पीटकर मौत के घाट उतार दिया.
पुलिस अधिकारी मजहर शाह ने कहा कि अपराध के पीछे का इरादा अभी पता नहीं चल पाया है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि संदिग्ध पिछले दो साल से अपने शागिर्दों के साथ इलाके में ‘आध्यात्मिक सत्र’ के लिए आया करता था.
चठा ने कहा, ‘‘हमने दरगाह की देखरेख करने वालों..वहीद और यूसुफ सहित पांच लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.’’ घटना में दो महिलाओं सहित तीन लोग घायल हुए हैं जिन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनकी हालत गंभीर बताई जाती है.
चठा ने कहा कि लोग इस दरगाह पर अपने पाप ‘‘धोने’’ के लिए आते हैं और दरगाह की देखरेख करने वालों को अपनी पिटाई करने की इजाजत देते हैं. ‘‘लेकिन इस मामले में पाप धोने की प्रक्रिया के दौरान जायरीन को पहले नशीली दवा दी गई और छुरा घोंपा गया तथा डंडों से पिटाई की गई.’’ वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बिलाल इफ्तिखार के अनुसार एक घायल व्यक्ति ने बताया कि दरगाह के कब्जे को लेकर देखरेख करने वालों के दो गुटों में संघर्ष हो गया.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस घटना में एक परिवार के छह सदस्यों सहित दोनों गुटों के 20 लोग मारे गए हैं. इफ्तिखार ने कहा, ‘‘हमने इस घटना की सभी पहलुओं से जांच शुरू कर दी है.’’ घटना के तुरंत बाद दरगाह पर भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान छेड़ दिया गया. सरगोधा में अस्पतालों में आपातकलीन स्थिति की घोषणा कर दी गई है.
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