काहिरा:
मिस्र में पदच्युत राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी की पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे समर्थकों पर सुरक्षा बलों ने गोलियां चलाईं जिसमें कम से कम 120 लोग मारे गए और कम से कम 4500 लोग घायल हो गए।
मुस्लिम ब्रदरहुड ने बताया कि मरने वाले और घायल हुए सभी प्रदर्शनकारी मुर्सी के समर्थक हैं।
ब्रदरहुड के पदाधिकारियों ने बताया कि लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मिस्र के पहले राष्ट्रपति मुर्सी के समर्थन में यहां धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों ने फजिर की नमाज (भोर की नमाज) से कुछ देर पहले ही गोलीबारी शुरू कर दी। 61 वर्षीय मुर्सी को सेना ने तीन जुलाई को उनके पद से हटा दिया था।
इस्लामी संगठन का कहना है कि गोलीबारी में उसके 120 समर्थक मारे गए हैं और उनकी संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या 19 बताई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि मिस्र के दूसरे सबसे बड़े शहर अल्कसांद्रिया में हुई झड़प में 14 वर्षीय किशोर सहित नौ लोग मारे गए जबकि काहिरा में 10 लोगों की मौत हो गई।
मंत्रालय ने कहा कि पूरे देश में कम से कम सात पुलिसकर्मियों सहित सैकड़ों लोग मारे गए हैं।
मुस्लिम ब्रदरहुड ने बताया कि मरने वाले और घायल हुए सभी प्रदर्शनकारी मुर्सी के समर्थक हैं।
ब्रदरहुड के पदाधिकारियों ने बताया कि लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए मिस्र के पहले राष्ट्रपति मुर्सी के समर्थन में यहां धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों ने फजिर की नमाज (भोर की नमाज) से कुछ देर पहले ही गोलीबारी शुरू कर दी। 61 वर्षीय मुर्सी को सेना ने तीन जुलाई को उनके पद से हटा दिया था।
इस्लामी संगठन का कहना है कि गोलीबारी में उसके 120 समर्थक मारे गए हैं और उनकी संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने मरने वालों की संख्या 19 बताई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि मिस्र के दूसरे सबसे बड़े शहर अल्कसांद्रिया में हुई झड़प में 14 वर्षीय किशोर सहित नौ लोग मारे गए जबकि काहिरा में 10 लोगों की मौत हो गई।
मंत्रालय ने कहा कि पूरे देश में कम से कम सात पुलिसकर्मियों सहित सैकड़ों लोग मारे गए हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं