दो हफ्ते में यह दूसरी नाव दुर्घटना है, जिसमें अधिकांश बच्चे और महिलाओं की मौत हुई है (फाइल फोटो)
कॉक्स बाजार:
रोहिंग्या शरणार्थियों से भरी एक नाव के पलटने से कम से कम से 12 लोग मारे गए और कई अन्य लापता हो गए. मरने वाले तथा लापता होने वाले लोगों में काफी बच्चे शामिल हैं. यह रोहिंग्याओं पर एक नई त्रासदी है जिससे म्यांमार के रखाइन प्रांत में हिंसा से बचकर भाग रहे लोग प्रभावित हुए हैं. तटरक्षक और सीमा सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि नाव में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे जब वह रविवार रात को नाफ नदी के मुंहाने पर डूब गयी. यह नदी म्यांमार को बांग्लादेश से अलग करती है.
पढ़ें: नो मैन्स लैंड में फंसे हजारों रोहिंग्याओं को मदद का इंतजार
बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अधिकारी अब्दुल जलील ने बताया कि पूरी रात चले बचाव अभियान के बाद 12 शव बरामद किए गए और उनमें 10 बच्चे, एक बुजुर्ग महिला एवं एक पुरूष शामिल हैं. एरिया कोस्ट गार्ड कमांडर अलाउद्दीन नयन ने कहा कि नाव तटीय गांव गालाचर के पास पलट गयी और उसमें करीब 100 लोग सवार थे. उन्होंने बताया कि नाव में सवार करीब 40 लोग रखाइन प्रांत के अपने गांवों से भाग रहे वयस्क रोहिंग्या मुसलमान हैं.
VIDEO:रोहिंग्या शरणार्थियों की मदद को आगे आया 'खालसा एड'
सीमा सुरक्षा नावों ने तीन महिलाओं एवं दो बच्चों सहित 13 रोहिंग्याओं को बचाया. चूंकि नाव म्यांमार की सीमा में पलटी, संभव है कि बहुत सारे लोग तैरकर रखाइन तट पर पहुंच गए हों. तटरक्षक ने कहा कि हादसा कल रात करीब 10 बजे हुआ. स्थानीय मीडिया ने हादसे में बचे एक व्यक्ति के हवाले से बताया कि नाव ऊंची लहरों और खराब मौसम के कारण पलटी.
बता दें कि पिछले हफ्ते भी एक नाव के पलटने से 60 से अधिक रोहिंग्याओं की मौत हो गई थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अधिकारी अब्दुल जलील ने बताया कि पूरी रात चले बचाव अभियान के बाद 12 शव बरामद किए गए और उनमें 10 बच्चे, एक बुजुर्ग महिला एवं एक पुरूष शामिल हैं. एरिया कोस्ट गार्ड कमांडर अलाउद्दीन नयन ने कहा कि नाव तटीय गांव गालाचर के पास पलट गयी और उसमें करीब 100 लोग सवार थे. उन्होंने बताया कि नाव में सवार करीब 40 लोग रखाइन प्रांत के अपने गांवों से भाग रहे वयस्क रोहिंग्या मुसलमान हैं.
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सीमा सुरक्षा नावों ने तीन महिलाओं एवं दो बच्चों सहित 13 रोहिंग्याओं को बचाया. चूंकि नाव म्यांमार की सीमा में पलटी, संभव है कि बहुत सारे लोग तैरकर रखाइन तट पर पहुंच गए हों. तटरक्षक ने कहा कि हादसा कल रात करीब 10 बजे हुआ. स्थानीय मीडिया ने हादसे में बचे एक व्यक्ति के हवाले से बताया कि नाव ऊंची लहरों और खराब मौसम के कारण पलटी.
बता दें कि पिछले हफ्ते भी एक नाव के पलटने से 60 से अधिक रोहिंग्याओं की मौत हो गई थी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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