पाकिस्तान में सर्दी के मौसम के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर लगभग 100 हो चुकी है. प्रशासन ने यह जानकारी दी. डॉन न्यूज के अनुसार, सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में हुआ, जहां 74 लोगों की मौत हो गई और 56 अन्य लोग घायल हो गए. इस दौरान 88 घर पूरी तरह नष्ट हो गए.
इस बीच अठ्ठारह घंटे तक बर्फ में फंसी रही के बावजूद एक 12 साल की बच्ची समिना की जान बच गई. इस बच्ची का घर हिमस्खलन की चपेट में आ गया था, जिसमें इसके भाई और बहन दोनों की मौत हो गई. बच्ची की मां शहनाज बीबी ने बताया, 'हमें हिमस्खलन की आवाज नहीं आई और हमारा तीन मंजिला घर इसकी चपेट में आ गया. पलक झपकते ही हमारा सब बर्बाद हो गया.'
वहीं, प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को मुजफ्फराबाद का दौरा किया था, जहां उन्होंने पीओके के मुख्य सचिव से क्षेत्र में भारी बर्फबारी, हिमस्खलन, भूस्खलन और बारिश से संबंधित अन्य घटनाओं में हुए नुकसान के साथ-साथ किए जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ली.
पीओके प्रशासन ने कहा है कि भारी बर्फबारी के कारण नीलम वैली में कुछ क्षेत्रों तक अभी भी पहुंचा नहीं जा सका है, इसलिए मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. वहीं मौसम विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार से फिर बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया है.
पिछले कुछ दिनों में पीओके के अलावा बलूचिस्तान (20) और सियालकोट तथा पंजाब के कुछ अन्य जिलों में कम से कम सात लोगों की मौत हो चुकी है.
बारिश और अन्य घटनाओं के कारण खैबर पख्तूनख्वा, पीओके और बलूचिस्तान में प्रमुख सड़कें और राजमार्ग बंद हो गए हैं.
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