जानिए, उन 6 क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने एक नहीं बल्कि दो देशों से वर्ल्ड कप खेला है

जानिए, उन 6 क्रिकेटरों के बारे में जिन्होंने एक नहीं बल्कि दो देशों से वर्ल्ड कप खेला है

इयान मॉर्गन टी-20 वर्ल्ड कप, 2016 में इंग्लैंड के कैप्टन हैं (फोटो : AFP)

इन दिनों भारत में टी-20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) की धूम है। इस टूर्नामेंट का पहला राउंड 8 मार्च से शुरू हो गया है। इसका पहला मैच हांगकांग और जिम्बाब्वे के बीच खेला गया। इस मैच की खास बात यह रही कि इसमें हांगकांग की ओर से खेले रेयान कैम्पबेल इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल चुके हैं। इस प्रकार उन्हें दो देशों की ओर से खेलने का मौका मिल चुका है। अब हम आपको ऐसे 6 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें दो देशों की ओर से वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिला है, फिर चाहे वह टी-20 वर्ल्ड कप हो या वनडे।

इयान मॉर्गन (Eoin Morgan)
इस सूची में सबसे पहला नाम इंग्लैड के इयान मॉर्गन का है। यह नाम और भी खास इसलिए हो जाता है, क्योंकि वे न केवल इंग्लैंड टीम की ओर से खेल रहे हैं, बल्कि उसके टी-20 कप्तान भी हैं। आईपीएल में वे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की ओर से खेल चुके हैं।

  1. आयरलैंड (2007-2009) : मॉर्गन ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत 2006 में आयरलैंड की ओर से की थी और 2009 तक इसी टीम से खेले। इतना ही नहीं वे 2007 में आयरलैंड की वनडे वर्ल्ड कप टीम में भी थे। उन्होंने आयरलैंड की ओर से 23 वनडे खेले, जिनमें 744 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने एक शतक और 5 अर्धशतक बनाए। उनका बेस्ट 115 रन रहा।
  2. इंग्लैंड (2009 - अब तक) : मॉर्गन 2009 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम से जुड़े। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 137 वनडे खेले हैं, जिनमें 4012 रन बनाए हैं। उनके नाम इंग्लैंड की ओर से 7 शतक और 24 अर्धशतक हैं। बेस्ट 124 नाबाद है।
यदि उनका टी-20 रिकॉर्ड देखें, तो उन्होंने इंग्लैंड की ओर से 2009 में टी-20 डेब्यू किया था। मॉर्गन ने 56 टी-20 खेले हैं, जिनमें 1333 रन बनाए हैं। बेस्ट 85 रन नाबाद है। वह इस टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के कप्तान भी हैं।
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रिलॉफ वैन डर मर्वे (Roelof van der Merwe)

  1. दक्षिण अफ्रीका (2009-10) : मर्वे ने 2009 में दक्षिण अफ्रीका के लिए पहला टी-20 मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था, जिसमें उन्होंने 30 गेंदों में 48 रन बनाए थे, लेकिन इसके बाद उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। वे टी-20 वर्ल्ड कप, 2009 में भी टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने कुल 13 मैच खेले, जिनमें महज 57 रन ही बना पाए।
  2. नीदरलैंड (2015-16): दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कुछ खास नहीं कर पाने के बाद वे नीदरलैंड की ओर से खेलने लगे और 2015 में पहला टी-20 इंटरनेशनल मैच खेला। इस टीम की ओर से वे अब तक 7 मैचों में 66 रन बना चुके हैं, जिनमें 40 नाबाद उनका बेस्ट है। मर्वे टी-20 वर्ल्ड कप, 2016 की टीम का भी हिस्सा हैं।

केपलर वेसेल्स (Kepler Wessels)
  1. ऑस्ट्रेलिया (1983-85) : दक्षिण अफ्रीका के मूल निवासी वेसेल्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने से पहले द. अफ्रीका, इंग्लैंड और वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज में खुद को आजमाया था। ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने 54 मैचों में हिस्सा लिया और एक शतक और 14 अर्धशतक के सहारे 1740 रन जोड़े। इस दौरान उन्हें वनडे वर्ल्ड कप, 1983 में भी ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलने का मौका मिला।
  2. दक्षिण अफ्रीका (1991-94) : दक्षिण अफ्रीका टीम की इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी के बाद उन्हें इस टीम का पहला टेस्ट कैप्टन बनने का गौरव हासिल हुआ। वेसेल्स ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 55 वनडे खेले और उनके बल्ले 1627 रन निकले। उन्होंने इस टीम की ओर से वनडे वर्ल्ड कप, 1992 में भी भाग लिया। उनके नाम कोई शतक तो नहीं रहा, लेकिन उन्होंने 12 अर्धशतक बनाए।

ईड जोएस (Ed Joyce)
  1. इंग्लैंड (2006-07) : जोएस ने 2006 में इंग्लैंड के लिए पहला वनडे खेला था। इसके बाद वे इंग्लैंड की 2007 की वर्ल्ड कप टीम में भी रहे। उन्होंने इंग्लैंड की ओर से 17 मैच खेले और 471 रन बनाए। उनके नाम इंग्लैंड की ओर से एक शतक और 3 अर्धशतक हैं। बेस्ट 107 रन है।
  2. आयरलैंड (2011-2015) : इंग्लैंड से नाता तोड़ने के बाद उन्होंने अपने क्रिकेट करियर को आयरलैंड के साथ आगे बढ़ाया। जोएस ने आयरलैंड की ओर से 2011 में पहला वनडे खेला। इसके बाद T20 वर्ल्ड कप, 2014 में भी टीम का हिस्सा रहे। आयरलैंड की ओर से उन्होंने 39 वनडे खेले हैं, जिनमें 1273 रन अपने नाम किए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने 2 शतक और 8 अर्धशतक भी लगाए हैं। जोएस ने टी-20 में 16 मैच खेले हैं, जिनमें उनके नाम 404 रन हैं।

डिर्क नैन्स (Dirk Nannes)
  1. नीदरलैंड (2009) : नैन्स मात्र दो मैचों में इस टीम का हिस्सा रहे, वह भी टी-20 वर्ल्ड कप, 2009 में। उन्होंने पहला मैच इंग्लैंड, जबकि दूसरा पाकिस्तान के खिलाफ खेला। इन दो मैंचों में वे मात्र एक विकेट ले सके।  
  2. ऑस्ट्रेलिया (2009-2010) : नीदरलैंड के लिए मात्र दो टी-20 मैच खेलने के बाद वे ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलने लगे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 डेब्यू किया और ऑस्ट्रेलिया की टी-20 वर्ल्ड कप, 2010 टीम में भी खेले। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की ओर से 15 टी-20 मैच खेले और 27 विकेट लिए। इस बीच उनके बल्ले से 403 रन भी निकले। उनका बेस्ट 18 रन देकर 4 विकेट रहा।

एंडरसन कमिन्स (Anderson Cummins)
  1. वेस्टइंडीज (1991-95) - ऑलराउंडर कमिन्स ने 1991 में वेस्टइंडीज के लिए पहला मैच खेला और 1992 के वनडे वर्ल्ड कप में टीम का हिस्सा रहे। उन्होंने वेस्टइंडीज के लिए 63 वनडे खेले, जिनमें 2246 रन बनाए और 78 विकेट लिए।
  2. कनाडा (2007) - कमिन्स कनाडा टीम में लगभग एक साल तक ही खेले। वे वनडे वर्ल्ड कप, 2007 में टीम का हिस्सा रहे। उनके नाम कनाडा की ओर से 13 मैच है, जिनमें उन्होंने 631 रन बनाए और 13 विकेट झटके।