नई दिल्ली: कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के बारे में एक बात मशहूर है कि वह टीम में ज़्यादा बदलाव नहीं करते टीम जीत रही हो तब तो और भी कम। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच में युवराज के टखने में चोट लगना एक बड़े मैच में कई बदलाव लेकर आया।
युवराज सिंह चोट की वजह से बाहर हुए तो टीम मैनेजमेंट को शिखर धवन को मैदान के बाहर बिठाना पड़ा। शिखर धवन सुपर 10 के चार मैचों में कुल मिलाकर 50 रन (1, 6, 23, 13 रन) भी नहीं बना सके। शिखर को लीग मैचों में कई मौक़े दिए गए लेकिन वो उसे भुना नहीं सके।
शिखर को बाहर बिठाना दूसरे सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा के लिए भी बड़ा संकेत है। मनीष पांडे और अजिंक्य रहाणे के शामिल होने से टीम इंडिया के कई विकल्प बढ़ गए हैं। मनीष पांडे ने सिडनी वनडे (जनवरी 2016) में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतकीय पारी खेलकर अपनी पहचान दुनिया भर के जानकारों में और बेहतर कर ली। उन्हें उसी पारी का तोहफ़ा मिला है।
अजिंक्य रहाणे मंझे हुए खिलाड़ी हैं और वक्त मिले तो बड़ी पारी भी खेल सकते हैं। रहाणे (22 टेस्ट में 6 शतक, 67 वनडे में 2 शतक और 17 T20 में 1 अर्द्धशतक, स्ट्राइक रेट 113.68) को बड़ा मौक़ा मिला है। अब उनकी बारी है।