उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से तबाही.
- उत्तराखंड के धराली गांव में बादल फटने से आई बाढ़ ने भारी तबाही मचाई और चार लोगों की जान ले ली.
- बाढ़ में नौ सेना जवान सहित कई लोग लापता हैं और 130 से अधिक व्यक्तियों को सुरक्षित निकाला जा चुका है.
- एसडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना और पुलिस के 300 कर्मी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं और राहत कार्य जारी है.
उत्तराखंड के धराली में ये हुआ क्या. मंगलवार दोपहर करीब 2.45 बजे से पहले सबकुछ बढ़िया था. पर्यटक खूबसूरत वादियों का लुत्फ ले रहे थे. होटल हर दिन की तरह पर्यटकों की आवभगत में लगे थे. लेकिन अचानक ऐसा सैलाव आया जो सबकुछ बहाकर ले गया. धराली गांव (Uttarakahnd Dharali Cloudburst) के लिए मंगलवार का दिन बहुत ही भारी रहा. बादल फटने की वजह से खीर गंगा नदी में ऐसी विनाशकारी बाढ़ आई कि सबकुछ अपने साथ बहा ले गई. इसकी तबाही के निशान मिटने में न जाने कितने दिन, महीने और साल लग जाएंगे. इस प्राकृतिक आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं बहुत से लोग अब भी लापता हैं, जिनमें 9 सेना के जवान भी शामिल हैं. वहीं 130 से अधिक लोगों को अब तक बचाया जा चुका है. तबाही की तस्वीरें देखकर कलेजा जैसे मुंह को आ रहा है.
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धराली का हाल देखकर कलेजा मुंह को आ रहा है. प्रकृति की गोद में मौजूद खूबसूरत सी दिखने वाली ये जगह अब मंगलवार को आई भीषण तबाही की गवाही दे रही है. घर और गाड़ियां जैसे सबकुछ सैलाब में दफन हो चुका है. जहां देखों बस पानी ही पानी दिखाई दे रहा है.

एक दिन पहले जिस जगह पर खूबसूरत से आशियाने और पर्यटकों की चहल-पहल दिखाई दे रही थी, वहां अब मानो मातम पसरा हुआ है. होटल से लेकर होम स्टे तक सबकुछ पानी अपने साथ बहाकर ले गया. अब बचे हैं तो सिर्फ तबाही के निशान.

केदारनाथ आपदा को अब तक लोग भुला नहीं पाए थे कि अब उत्तरकाशी की धराली आपदा ने उस दर्द को एक बार फिर से ताजा कर दिया है.जिन जगहों पर पर्यटकों की चहल-पहल दिखाई देती थी, वहां अब सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है.

धराली में जैसे महाप्रलय सबकुछ अपने साथ बहाकर ले गई. घर ढह गए, गाड़ियां डूब गईं. दूर-दूर तक इंसानों का नाम-ओ-निशान दिखाई नहीं दे रहा है. दिख रही है तो बस जलप्रलय.

उत्तराखंड सरकार के मुताबिक, एसडीआरएफ, आईटीबीपी) और सेना समेत अन्य राहत एजेंसियों ने मिलकर अब तक 130 से ज्यादा लोगों को घटनास्थल से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचा दिया है. पुलिस के बड़े अधिकारी और विशेष पुलिस बलों को मौके पर रवाना किया जा चुका है. दो आईजी, तीन एसपी, एक कमांडेंट, 11 डिप्टी एसपी समेत 300 पुलिस कर्मी घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन का संचालन देखेंगे.

बाढ़ में लापता हुए लोगों की संख्या के बारे में आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं मिली है. लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि यह संख्या 50 से अधिक हो सकती है क्योंकि बाढ़ के पानी के तेज बहाव की वजह से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचने का मौका ही नहीं मिला.कई मकान और होटल तबाह हो चुके हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है.
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